शंघाई। चीन (China) की अर्थव्यवस्था की रीढ़ कहे जाने वाले शंघाई (Shanghai) शहर पर इन दिनों कोरोना (Covid-19) का कहर बरपा रहा है। कोरोना महामारी के दो साल में रिकॉर्ड केसों को देखते हुए सरकार ने डबल लॉकडाउन (Double lockdown) जैसी बेहद सख्त पाबंदियां लगाई हैं। इन पाबंदियों के बीच मानवता को झकझोर देने वाली तस्वीरें सामने आ रही हैं।


ऐसे ही एक मामले में ढाई साल की कोरोना संक्रमित बच्ची को मां से अलग कर दिया गया है। उसकी मां और पिता भी कोरोना पीड़ित हैं, जिन्हें बच्ची से अलग दूसरे क्वारंटीन सेंटर (Quarantine Centre) में रखा गया है।
एक दूसरे मामले में तो 3 महीने के शिशु को उसकी मां से अलग कर दिया गया है। ऐसे बहुत से मामले चाइनीज सोशल मीडिया पर वायरल (Viral) हैं जिसमें रोते-बिलखते बच्चों के वीडियो देखकर लोगों का गुस्सा फूट रहा है।
डोंगहाई एल्डरली केयर अस्पताल आम लोगों के लिए बंद
शंघाई के अधिकारी शहर में तेजी से फैलते संक्रमण (Shanghai Coronavirus) की रफ्तार को रोकने के लिए एड़ी-चोटी का जोर लगा रहे हैं। हालात इतना खराब हो चुका है कि शंघाई के किसी भी अस्पताल में कोरोना संक्रमित मरीजों को भर्ती करने की जगह नहीं बची है।
बीबीसी की रिपोर्ट के अनुसार, शंघाई के पूर्वी पुडोंग इलाके में स्थिति काफी गंभीर है। रिपोर्ट में शंघाई के डोंगहाई एल्डरली केयर अस्पताल को आम लोगों के लिए बंद कर दिया है।
डॉक्टर मजबूर, सख्त हैं नियम
डॉक्टरों का कहना है कोरोना से निपटने के लिए सरकार ने इतने सख्त नियम बनाए हैं कि वह कुछ नहीं कर सकते। नियमों में साफ लिखा है कि कोरोना होने पर बच्चों को अलग क्वारंटीन सेंटर में रखा जाएगा, जबकि बड़ों के लिए अलग क्वारंटीन सेंटर बनाया गया है। कोरोना संक्रमित पैरंट्स और बच्चों को एकसाथ रखने पर पाबंदी है।