टीआरपी डेस्क। देश के पहले मतदाता श्याम सरन नेगी ने शनिवार सुबह अंतिम सांस ली। वो काफी समय से अस्वस्थ चल रहे थे। अपनी खराब सेहत के चलते हुए बुधवार को उन्होंने अपने घर से ही मतदान किया। इससे पहले वो हर बार वोट डालने के लिए पोलिंग बूथ पर जाते थे।

बता दें कि जब भी वो मतदान के लिए जाते पोलिंग बूथ पर चुनाव आयोग की ओर से उनका रेड कारपेट स्वागत किया जाता था। इस बार भी नेगी खुद तो चाहते थे कि वह मतदान करने पोलिंग बूथ पर जाए लेकिन उनके शरीर ने जब साथ नहीं दिया तो परिवार वालों की बात मान ली और घर से ही वोट डाला। बुधवार को उन्होंने अपने घर से वह डाला था।
जुलाई 1917 को कल्पा में जन्में श्याम सरन नेगी देश के प्रथम मतदाता थे। इन्होंने 1951 के पहला वोट आजाद भारत में डाला था। बुधवार को पहली बार इन्होंने अपने घर से अपने मत प्रयोग किया था। 106 साल की आयु में श्याम सरन नेगी आज तक हर लोकसभा व विधानसभा के चुनावों में पोलिंग बूथ में जाकर वोट डालते रहे थे।
श्याम सरन नेगी को चुनाव आयोग ने 2014 के आम चुनाव के दौरान ब्रांड एंबेसडर भी बनाया था। 12 जून, 2010 को मुख्य चुनाव आयुक्त ने उन्हें कल्पा आकर पहले मतदाता होने पर बधाई भी दी थी।
मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार श्याम सरन नेगी के शोक संतप्त परिवार से मिलने और उनके पैतृक गांव में व्यक्तिगत रूप से अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए कल्पा (किन्नौर) के लिए रवाना हुए हैं।