नई दिल्ली। राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने आज सुबह गैंगस्टर-टेटर लिंक मामले में देश के 6 राज्यों में छापेमारी की कार्रवाई कर रही है।  एनआईए की ये छामेपारी गैंगस्टर-आतंकी गठजोड़ की कमर तोड़ने के लिए की गई है। राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने 6 राज्यों के 100 से ज्यादा स्थानों पर छापेमारी की कार्रवाई की है। देश भर में हुई एनआईए की इस रेड का मकसद आतंकी-ड्रग तस्करों और गैंगस्टर्स के नेटवर्क को तोड़ना है। एनआईए ने आतंकवाद-नशीले पदार्थ तस्करों-गैंगस्टर गठजोड़ मामलों में जिन राज्यों में एक्शन लिया गया है। उसमें हरियाणा, पंजाब, राजस्थान, यूपी, उत्तराखंड और मध्य प्रदेश में तलाशी अभियान चलाया।


पंजाब और हरियाणा में कार्रवाई
एनआईए को आशंका है कि आतंकी संगठन देश में एक बार फिर से अपनी जड़ें जमाना चाहते हैं।  एनआईए ने पंजाब के बठिंडा और मोगा के अलावा निहाल सिंह वाला तलवंडी भंगेरिया में भी छापेमारी की है। वहीं, हरियाणा में बहादुरगढ़ के भगत सिंह कॉलोनी में छापेमारी की कार्रवाई की गई। इस मौके पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम रहे।


पिछले साल दर्ज हुआ था केस
एनआईए ने  पिछले साल दर्ज किए गए तीन अलग-अलग मामलों को लेकर जांच शुरू की है। एजेंसी ने इस साल 25 जनवरी को दीपक रंगा को गिरफ्तार किया, जो मई 2022 में मोहाली में पंजाब पुलिस के खुफिया मुख्यालय पर आरपीजी हमले का मुख्य आरोपी है। इसके मामले में उत्तर प्रदेश के गोरखपुर से गिरफ्तार किया गया था। आरोपी कनाडा स्थित गैंगस्टर से आतंकवादी बने लखबीर सिंह संधू उर्फ लांडा और पाकिस्तान स्थित गैंगस्टर से आतंकवादी बने हरविंदर सिंह संधू उर्फ रिंडा का करीबी सहयोगी है। दीपक सक्रिय रूप से रिंडा और लांडा के लिए आतंकी फंड और रसद सहायता प्राप्त करता है।