
टीआरपी डेस्क
रायपुर। छत्तीसगढ़ के कवर्धा जिले में एक बार फिर मवेशियों की जानलेवा लंपी वायरस का खौफ है। पशु पलकों और किसानों के साथ साथ पशु चिकित्सकों में भी लकिरें साफ देखी जा सकती हैं। इस बीमारी के संदिग्ध करीब 100 से अधिक मवेशी हैं। लगातार तेजी से फैल रहा ये लंपी वायरस बेहद ही खतरनाक है। ऐसा नजारा इन दिनों अधिकांश गांवों में दिख रहा है, लंपी वायरस की चपेट में आकर मवेशी बीमार हो रहे है। एक गाय की इस बीमारी से एक गाय की मौत हो चुकि है।
लोहारा नगर पंचायत में लंपी वायरस के सबसे ज्यादा संक्रमण देखे गए। संक्रमित मवेशियों को पशु चिकित्सालय लाया गया। बावजुद इसके मवेशी बाजार में अब तक बैन नहीं लगा। इस वायरस की तेजी से फैलने की आशंका जताई जा रही है। जानकारी के मुताबिक सभी मवेशियों का ब्लड सैंपल भोपाल की प्रयोगशाला में भेजा गया है। सभी की रिपोर्ट का इंतज़ार है सुरक्षा के मद्देनज़र पशु चिकित्सा विभाग को सावधानी बरतने के निर्देश दिए है।
रिपोर्ट नहीं आई है, उपचार चल रहा है – डॉ एसके.मिश्रा
लगभग 100 पशुओं का उपचार चल रहा है व उनकी रिकवरी अच्छी हो रही है ,साथ ही साथ उन्होंने यह भी बताया की पीड़ित पशुओं के स्लाइड वायरो लैब भोपाल भेजे गए है ,वहां से रिपोर्ट आने के बाद ही लम्पी के केस कन्फर्म हो पाएंगे ,तथा पशुपालको से न डरने की अपील भी की है ,पीड़ित पशुओं की रिकवरी 7 -10 दिन में हो जाती है तथा इनमे मृत्यु दर 1 -2 % है |
मेडिकल टीम और एक्सपर्ट अलर्ट
लंपी के ख़ौफ़ को देखते हुए जिला प्रशासन ने एडवाइजरी जारी की। पशु चिकित्सा विभाग के अफसरों ने डॉक्टरों को निर्देश दिए है कि किसी भी गांव में पशुपालकों की ओर से सूचना मिलने के बाद तत्काल टीकाकरण, दवाई की व्यवस्था की जा