रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने गायत्री नगर स्थित जगन्नाथ मंदिर में रथयात्रा के शुभारंभ के अवसर पर की पूजा-अर्चना कर प्रदेशवासियों की सुख-समृद्धि की कामना की।

मुख्यमंत्री पूजा करके प्रतिमाओं को सिर पर विराजित करके रथ तक लेकर आए। मुख्यमंत्री ने रथयात्रा से पहले छेरापहरा (रथ के आगे सोने से बनी झाड़ू से बुहारना) की रस्म अदा की। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने प्रदेशवासियों की सुख-समृद्धि की कामना की।

यह यात्रा हर साल आषाढ़ माह में शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि को निकलती है। इसके बाद आषाढ़ शुक्ल पक्ष के 11वें दिन जगन्नाथ जी की वापसी के साथ इस यात्रा का समापन होता है। इस यात्रा में शामिल होने के लिए देश-विदेश से श्रद्धालु आते हैं। उड़ीसा का जगन्नाथ मंदिर चार पवित्र धामों में से एक है। उड़ीसा के साथ -साथ देश के कई राज्यों में जगन्नाथ रथ यात्रा धूम-धाम से मनाया जाता है।

इस कड़ी में छत्तीसगढ़ के कई स्थानों में पर भी भगवान जगन्नाथ कि रथ यात्रा निकली जाती है। रथयात्रा के दिन भगवान जगन्नाथ के भक्त पुरी में हजारों की तादाद में मौजूद होते हैं। भगवान जगन्नाथ और उनके भाई बलभद्र और छोटी बहन सुभद्रा के रथ को भक्तों को दर्शन कराने के बाद गुंडिचा मंदिर ले जाने की तैयारी की जाती है। तीनों रथों को भव्य तरीके से सजाया जाता है।
Hindi News के लिए जुड़ें हमारे साथ हमारे
फेसबुक, ट्विटर, यूट्यूब, इंस्टाग्राम, लिंक्डइन, टेलीग्राम, कू पर