0 कोयला कारोबारियों के कत्ल की थी साजिश, कल सुबह 10 बजे होना था पहला कत्ल
0 झारखंड में रंगदारी नहीं देने पर 20-20 गोलियां मारने की दी थी सुपारी
0 सलमान खान के घर पर गोलियां चलाई थी इसी गिरोह ने

रायपुर। छत्तीसगढ़ की पुलिस ने एक ऐसे गिरोह को पकड़ा है जो यहां के दो बड़े कोयला कारोबारियों का कत्ल करने का ठेका लेकर पहुंचा था। पुलिस ने इन कारोबारियों के नाम नहीं बताए हैं, लेकिन यह बताया कि वे झारखंड में बड़ा कारोबार करते हैं, और वहीं पर उनसे रंगदारी टैक्स मांगा जा रहा था, मगर मांग के मुताबिक रूपये न देने पर उनके कत्ल का ठेका दिया गया था। हत्या की वारदात के लिए यह सुपारी पंजाब के कुख्यात गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई गिरोह को दी गई थी जो कि जेल में बंद है, और देश की कई बड़ी चर्चित हत्याओं के पीछे शामिल है। उसके गिरोह के मलेशिया में बैठे मयंक सिंह नाम के गैंगस्टर ने राजस्थान और झारखंड से इन हत्यारों का इंतजाम किया था, जो कि पिस्तौल लेकर छत्तीसगढ़ पहुंचे थे, और जिन्हें यहां के दो कारोबारियों को 20-20 गोलियां मारने के लिए भेजा गया था।

मोबाइल में रेकी करने के मिले VIDEO

इन शूटरों से पूछताछ और मोबाइल में मिले जो संदेश रायपुर पुलिस ने पकड़े हैं उसके मुताबिक कल सोमवार की सुबह 10 बजे रायपुर में एक बड़े कारोबारी घराने के एक सदस्य का कत्ल होना था। पुलिस को इन शूटरों की की हुई रैकी (तैयारी) के वीडियो भी मिले हैं जिसमें सोमवार सुबह 10 बजे किस जगह पर किस तरह कत्ल किया जाएगा उसका रिहर्सल है।

रंगदारी के लिए पूर्व में की थी दहशत फैलाने की कोशिश

यह पूरा मामला झारखण्ड से जुड़ा हुआ है, जहां छत्तीसगढ़ दो कारोबारी कोयले का व्यापर करते हैं। कल रायपुर में इनमे से एक के कत्ल के बाद अगला कत्ल कोरबा या रायगढ़ में करने की तैयारी थी।

झारखंड के कुख्यात अपराधी अमन साहू गैंग का यह काम है, और उसने इस वारदात को अधिक पेशेवर तरीके से करने के लिए लॉरेंस बिश्नोई जैसे बड़े गिरोह को इसकी सुपारी दी थी। बता दें कि बीते कुछ सालों के भीतर इस गिरोह के एक शूटर ने झारखंड से छत्तीसगढ़ आकर रायपुर आकर कोयला कारोबारी के कार्यालय के गेट में बैठे गार्ड के ऊपर हवाई फायर करके दहशत पैदा की थी, ताकि जिनसे झारखंड में वसूली करनी है, वे इस गिरोह को गंभीरता से लें। इसके पूर्व भी कोरबा में कोयला कारोबारी के कार्यालय में फायरिंग करके एक अपराधी बाइक पर भागा था। इन दोनों मामलों में पुलिस ने जांच के बाद आरोपियों को पकड़ लिया था और पूछताछ में खुलासा हुआ था कि अमन साहू गैंग के कहने पर वे हवाई फायरिंग कर कोयला कारोबारी के यहां दहशत फैलाने के लिए आये थे।

तीन शूटर लॉरेंस बिश्नोई के गांव के…

इस मामले में रायपुर के आईजी अमरेश मिश्रा और एसएसपी संतोष सिंह ने प्रेस कांफ्रेंस में भाड़े के इन शूटरों को पेश किया, और पूरी साजिश की जानकारी दी। इनमें एक गिरफ्तार झारखंड का है, और बाकी तीन राजस्थान के रहने वाले हैं जिन्हें एक-एक को कई-कई लाख रूपए इन हत्याओं के लिए दिए जा रहे थे। ये सारे के सारे लोग 20 से 31 साल के बीच के हैं, और सभी का पुराने जुर्म का रिकॉर्ड भी है।

File Photo : Aman Sahu

झारखण्ड की जेल में बंद है अमन साहू

झारखण्ड से गिरोह चला रहा अमन साहू जितना खूंखार अपराधी है, वैसा वह नजर नहीं आता है। दुबले-पतले से इस युवक ने किशोरावस्था में ही अपराध की दुनिया में कदम रख दिया था। उसका मुख्य पेशा झारखंड में बड़े कारोबारियों से रंगदारी वसूलना है। अमन साहू इतना निडर है कि वह कारोबारियों के लिए बाकायदा वीडियो सन्देश जारी करता था। उसकी हथियार और नोट पकड़े तस्वीरें भी नेट में वायरल हैं। झारखण्ड के ATS ने दो वर्ष पूर्व अमन साहू को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। हालांकि गिरफ़्तारी के बाद से आधा दर्जन बार उसके जेल बदल दिए गए हैं, क्योंकि वह जिस भी जेल में जाता है वहां से अपने गिरोह का संचालन शुरू कर देता है, वह जेलरों को धमकाता है, और तो और उनसे भी रंगदारी मांगने लगता है।

File Photo : Aman Sahu

जेलर को मारने के लिए दे दी ढ़ाई लाख की सुपारी

गैंगस्टर अमन साहू को पूर्व में अप्रैल 2022 में गिरिडीह केंद्रीय कारा में शिफ्ट किया गया था। यहां आने के महज तीन माह के अंदर अमन ने गिरिडीह केंद्रीय कारा में ही जेलर प्रमोद कुमार को जान से मारने की साजिश रच डाली थी। अमन ने जेल में बंद लोकी दास की मदद से जेल में ही लूट मामले में बंद आशीष कुमार साह एवं मंजेश को जेल से बाहर निकलने पर जेलर को जान से मारने का कार्य सौंप दिया था। आशीष कारा से जमानत पर 12 जुलाई 2022 को बाहर आया था जबकि मंजेश एक सप्ताह पूर्व ही जमानत पर छूट चुका था। मंजेश को खाता में 50 हजार रुपए इस कार्य के लिए एडवांस दिया गया था। अमन के ही आदमी ने दोनों को 15 जुलाई 2022 को धनबाद में गोली उपलब्ध करायी थी। इसके बाद 20 जुलाई 2022 को तत्कालीन जेल अधीक्षक अनिमेष कुमार चौधरी के वाहन पर सवार तत्कालीन जेलर प्रमोद पर फायरिंग की गई थी।

सलमान खान के घर पर हमले के बाद जब शूटर पकड़ाए तब यह खुलासा हुआ कि अमन साहू गैंग के लॉरेंस विश्नोई गैंग से संबंध हैं।

झारखण्ड में ATS लगातार कर रही कार्रवाई

झारखंड में अपराध पर नियंत्रण को लेकर पुलिस की कार्रवाई लगातार जारी है। पिछले कुछ दिनों में एटीएस ने कई अपराधियों को सलाखों के अंदर डाला है। पिछले महीने ही अमन साहू गिरोह के दो अपराधियों को पतरातू से गिरफ्तार किया गया है। गिरफ्तार अपराधियों में राजा अंसारी और मनिंदर कुमार उर्फ मिलावट शामिल हैं। इसके पास से एक रिवॉल्वर व 51 कारतूस बरामद किए गए हैं। अमन के जेल में बंद होने के बावजूद पिछले कुछ सालों से उसके गिरोह के सक्रिय होने और ATS द्वारा कई सदस्यों को गिरफ्तार किये जाने की खबरें आती ही रहती हैं।

जेल में ही रहकर शूटर की नियुक्ति

रायपुर एसएसपी संतोष सिंह ने बताया कि रैंसम के लिए ये लोग जेल में रहकर ही शूटर नियुक्त करते हैं। इसके लिए वे सोशल मीडिया के इनक्रिप्टेट साइड्स का इस्तेमाल करते हैं। ऐसे ही एक मैसेज के ट्रैप होने पर रायपुर पुलिस के साइबर सेल ने इनकी गिरफ्तारी के लिए राजस्थान, झारखंड, दिल्ली पुलिस के साथ मिलकर यह ऑपरेशन चलाया था।

कोड वर्ड का इस तरह इस्तेमाल

पुलिस ने बताया कि ये लोग अपने गिरोहों को ऑपरेशन आर्मी, बीएसएफ जैसे अन्य नामों का इस्तेमाल करते हुए वारदातों को अंजाम देते। और पकड़े जाने पर राम-राम या जय श्रीराम, जय माता दी कहकर एक-दूसरे को इत्तला करते थे। इन कोडवर्ड के मायने अलग-अलग हैं। पुलिस ने इनके पास से एक पिस्टल, एक बाइक, गोलियों से भरी मैग्जीन, चार मोबाइल जब्त किया है। पुलिस ने आगे की पूछताछ, और गिरफ्तारियां करने के लिए इन्हें रिमांड पर लिया है।