नई दिल्ली। Grandmaster D Gukesh: भारत के 18 वर्षीय शतरंज खिलाड़ी डी. गुकेश ने गुरुवार को इतिहास रचते हुए सबसे कम उम्र में विश्व शतरंज चैंपियन बनने का गौरव हासिल किया। उन्होंने मौजूदा चैंपियन डिंग लिरेन (चीन) को निर्णायक फाइनल गेम में हराकर यह खिताब अपने नाम किया।

गुकेश ने अपनी इस ऐतिहासिक जीत पर कहा, “मैं अपना सपना जी रहा हूं। अपनी हार के बाद डिंग लिरेन ने कहा, “मुझे अपनी गलती का एहसास होने में समय लगा। यह मेरे लिए साल का सबसे अच्छा टूर्नामेंट रहा। हालांकि कुछ परिस्थितियां मेरे पक्ष में नहीं रहीं, लेकिन कुल मिलाकर मैं संतुष्ट हूं। मुझे किसी बात का पछतावा नहीं है।
विश्व शतरंज चैंपियन विश्वनाथन आनंद ने अपनी शतरंज अकादमी में किया है ट्रेन
गुकेश की इस जीत ने भारतीय शतरंज के लिए एक नया अध्याय लिखा है। वे विश्वनाथन आनंद के बाद यह खिताब जीतने वाले दूसरे भारतीय हैं। 55 वर्षीय आनंद ने चेन्नई में अपनी शतरंज अकादमी में गुकेश को ट्रेन किया है। इस जीत के साथ गुकेश ने 18 वर्ष की उम्र में गैरी कास्पारोव का रिकॉर्ड तोड़ा, जो 1985 में 22 साल की उम्र में चैंपियन बने थे। इस ऐतिहासिक जीत के साथ गुकेश ने भारतीय शतरंज को वैश्विक मंच पर नई ऊंचाई दी।