टीआरपी डेस्क। वैलेंटाइन वीक की शुरुआत होते ही प्यार का जश्न मनाने का सिलसिला भी शुरू हो जाता है। 7 फरवरी को रोज डे के बाद 8 फरवरी को प्रपोज डे मनाया जाता है। यह दिन उन लोगों के लिए खास होता है, जो अपने क्रश या साथी के सामने अपने दिल की बात रखना चाहते हैं।

क्यों मनाया जाता है प्रपोज डे?
प्रपोज डे का महत्व इस बात में छिपा है कि यह प्यार के इजहार का सबसे अच्छा मौका देता है। कई लोग अपने दिल की भावनाओं को व्यक्त करने से हिचकते हैं, लेकिन यह दिन उन्हें खुलकर अपने प्यार को जाहिर करने का हौसला देता है।
प्रपोज डे का इतिहास
प्रपोज डे का इतिहास पश्चिमी देशों से जुड़ा है। 18वीं और 19वीं शताब्दी में यूरोप और अमेरिका में पुरुष औपचारिक रूप से अंगूठी के साथ शादी के लिए प्रपोज किया करते थे। धीरे-धीरे, यह परंपरा प्यार के इजहार का एक महत्वपूर्ण तरीका बन गई। 20वीं शताब्दी के अंत में वेलेंटाइन वीक की लोकप्रियता बढ़ने के साथ ही प्रपोज डे भी खास बन गया। आज भी दुनिया भर में कपल्स इस दिन को खास तरीके से सेलिब्रेट करते हैं।
भारत में प्रपोज डे की बढ़ती लोकप्रियता
भारत में भी पिछले कुछ दशकों में प्रपोज डे का ट्रेंड बढ़ा है। युवा पीढ़ी इसे खास अंदाज में मनाने लगी है। पहले जहां पारंपरिक तरीके से रिश्तों की शुरुआत होती थी, अब युवा दिलों को खुलकर अपनी भावनाएं व्यक्त करने का यह दिन खास मौका देता है।
कैसे बनाएं प्रपोज डे को यादगार?
- सरप्राइज प्लान करें: किसी खास जगह पर जाकर अपने पार्टनर को सरप्राइज प्रपोज करें।
- लव लेटर लिखें: पुराने जमाने का यह तरीका आज भी उतना ही रोमांटिक है।
- स्पेशल डेट: कैंडल लाइट डिनर या किसी रोमांटिक स्पॉट पर जाकर प्रपोज करना यादगार रहेगा।
- रिंग या गिफ्ट के साथ प्रपोज करें: पारंपरिक तरीके को अपनाकर इसे और खास बनाया जा सकता है।