कोरबा। एमसीबी जिले में जमीन की खरीद-बिक्री के पुराने मामले में जनकपुर थाने की पुलिस कोरबा पहुंची। इस टीम ने कोरबा मुख्यालय में पदस्थ तहसीलदार सत्यजीत राय को हिरासत में लिया और अपने साथ ले गई। इस घटनाक्रम के बाद प्रदेश के राजस्व अमले में हड़कंप मचा हुआ है।

पड़ोसी जिला मनेंद्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर में कुछ साल पहले सरकारी जमीन की अफरा-तफरी का मामला उजागर हुआ था। इस मामले में राजस्व अधिकारियों के खिलाफ पुलिस ने FIR दर्ज किया था। उसी प्रकरण में जनकपुर थाना से पुलिस टीम बुधवार देर शाम कोरबा शहर पहुंची। यहां सिविल लाइन थाना पुलिस के सहयोग से जनकपुर पुलिस टीम कोरबा तहसील कार्यालय पहुंची और तहसीलदार (मुख्यलय) के पद पर पदस्थ सत्यपाल राय को अपने साथ हिरासत में ले गई।
सहमति के बगैर जमीन बेचने की अनुमति का मामला
बताया जा रहा है कि सत्यपाल राय साल 2021 में मनेंद्रगढ़ जिले में बतौर तहसीलदार पदस्थ थे। इस दौरान उनके खिलाफ गोविंदराम प्रजापति ने जनकपुर थाना में शिकायत दर्ज करायी थी। पीड़ित ग्रामीण ने तहसीलदार सत्यपाल राय पर आरोप लगाया था कि उसकी सहमति के बगैर ही तहसीलदार ने उसकी जमीन की बिक्री की अनुमति दे दी थी। पुलिस इस मामले में तहसीलदार सहित अन्य लोगों के खिलाफ धोखाधड़ी का अपराध दर्ज कर विवेचना कर रही है। इसी कड़ी में जनकपुर थाने की पुलिस ने तहसीलदार को हिरासत में लिया है।
तत्कालीन पटवारी पर भी हुई है कार्रवाई
पुलिस ने इस मामले में संबंधित इलाके में पदस्थ रहे पटवारी आशीष सिंह को भी हिरासत में लिया है। बताया जा रहा है कि आशीष सिंह पदोन्नत होकर बतौर राजस्व निरीक्षक (RI) कार्यरत है।
शाम तक हो सकेगा मामले का खुलासा
इस मामले में MCB जिले की पुलिस फ़िलहाल कुछ भी कहने से बच रही है। स्थानीय SDOP ने मीडिया को बताया है कि फ़िलहाल तहसीलदार और पटवारी से पूछताछ चल रही है और शाम तक मामले में खुलासा किया जायेगा।
बताते चलें कि तहसीलदार सत्यपाल राय इससे पूर्व बिलासपुर जिले में पदस्थ रहे हैं। कुछ दिन पहले ही तबादले पर वे कोरबा जिले में पदस्थ हुए हैं। यहां उन्हें फिलहाल कोरबा तहसील में तहसीलदार (मुख्यालय) की जिम्मेदारी सौंपी गई है।