बिलासपुर। CBI द्वारा रिश्वतखोरी के मामले में गिरफ्तार रेलवे के चीफ इंजीनियर विशाल आनंद से जुड़े तथ्यों की जांच करने एक टीम बिलासपुर स्थित रेलवे के जोनल मुख्यालय पहुंची। टीम ने यहां इंजीनियरिंग विभाग के प्रमुख प्रिंसिपल चीफ इंजीनियर से मुलाकात कर उनसे दस्तावेजों की मांग की और कुछ महत्वपूर्ण जानकारियां जुटाईं। घंटे भर की जांच के बाद टीम कुछ फाइलों के साथ लौट गई।

ठेकेदार से रिश्वत लेते पकड़ा था अफसर के भाई को

सीबीआई की यह कार्रवाई उस रिश्वत प्रकरण से जुड़ी है, जिसमें विशाल आनंद को बीते शुक्रवार उनके कार्यालय से छापेमारी के दौरान हिरासत में लिया गया था। आरोप है कि उन्होंने 32 लाख रुपये की रिश्वत अपने भाई के माध्यम से स्वीकार की थी। छापेमारी के दौरान सीबीआई ने उनके ऑफिस से कुछ दस्तावेज भी जब्त किए थे। यह टीम दोबारा जोनल मुख्यालय पहुंची और इस बार प्रिंसिपल चीफ इंजीनियर से न सिर्फ विशाल आनंद के कार्यकाल और जिम्मेदारियों की जानकारी ली, बल्कि उनसे जुड़े अन्य विभागीय दस्तावेजों की भी मांग की।

सूत्रों के मुताबिक, सीबीआई अफसरों ने दस्तावेज इकट्ठा करने के साथ-साथ कार्यालयीन प्रणाली और कार्यशैली को भी समझने की कोशिश की। प्रिंसिपल चीफ इंजीनियर ने कुछ जरूरी जानकारियां अपने अधीनस्थ अधिकारियों व कर्मचारियों से समन्वय कर मंगवाई और टीम को उपलब्ध कराई। जानकारी है कि सीबीआई को अभी और दस्तावेज़ों की दरकार है, जिन्हें मंगवाने की प्रक्रिया चल रही है।