टीआरपी डेस्क। छत्तीसगढ़ के अंबिकापुर शहर में व्यापारियों ने जीएसटी टीम की कार्यशैली और लगातार हो रही छापेमारी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। रविवार को व्यापारी संगठनों के नेतृत्व में सैकड़ों व्यापारी सड़कों पर उतर आए और जीएसटी अधिकारियों पर कार्रवाई की आड़ में अवैध वसूली करने का गंभीर आरोप लगाया। इस दौरान अधिकारियों और व्यापारियों के बीच तीखी बहस भी हुई।


बाजार से लेकर शहर तक सब बंद
सरगुजा व्यापारी संघ ने इस कार्रवाई के विरोध में जिलेभर में बाजार बंद का आह्वान किया, जिसका व्यापक असर देखने को मिला। शहर की लगभग सभी दुकानें और व्यावसायिक प्रतिष्ठान बंद रहे। व्यापारी संघ ने चेतावनी दी है कि अगर यह कार्रवाई नहीं रुकी तो सभी व्यापारी अपने प्रतिष्ठानों की चाबियां जीएसटी विभाग को सौंप देंगे। इसी के साथ ही सोमवार को सूरजपुर जिले के व्यापारियों ने भी बंद का आह्वान किया है। साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को इस संबंध में पत्र भी लिखा है।

GST टीम की कार्रवाई से नाराज़ व्यापारी
व्यापारियों का कहना है कि जीएसटी अधिकारी बिना किसी ठोस आधार के दुकानों में दिनभर बैठकर जांच कर रहे हैं। शनिवार को बिलासपुर रोड स्थित लक्ष्मी ट्रेडर्स में छापेमारी के दौरान हालात इतने बिगड़ गए कि वहां विवाद की स्थिति बन गई। इसके बाद छत्तीसगढ़ चैंबर ऑफ कॉमर्स और व्यापारी संघ के पदाधिकारी मौके पर पहुंचे और विरोध जताया।

व्यापारी संगठनों की बैठक में लिए गए कड़े फैसले
रविवार को अग्रसेन भवन में कैट, चैंबर ऑफ कॉमर्स और अन्य व्यापारी संगठनों की आपात बैठक हुई। बैठक के बाद यह फैसला लिया गया कि रविवार को शहर पूरी तरह बंद रहेगा। साथ ही यह चेतावनी दी गई कि यदि GST विभाग की मनमानी जारी रही तो व्यापारी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जा सकते हैं।
व्यापारियों का आरोप, बिना जांच के भारी पेनाल्टी
व्यापारियों का कहना है कि जीएसटी विभाग द्वारा ‘मिस मैच’ के नाम पर एक ही संस्थान पर बार-बार छापेमारी कर मनमानी पेनाल्टी लगाई जा रही है। आरोप है कि बिना पूरी जांच के लाखों से करोड़ों रुपये के जुर्माने थोपे जा रहे हैं। व्यापारियों का कहना है कि जिनकी कुल पूंजी 50 लाख की भी नहीं है, उन पर 1 करोड़ का जुर्माना लगाया जा रहा है, जिससे उनके परिवार भुखमरी के कगार पर पहुंच सकते हैं।

व्यापारी बोले- यह अन्याय नहीं सहेंगे
सरगुजा व्यापारी संघ के सदस्य मुकेश अग्रवाल ने कहा, यह सरासर अन्याय है। व्यापारी परेशान और भयभीत हैं। इसलिए आज पूरा नगर बंद रखा गया है। यदि जीएसटी विभाग की यह ज्यादती नहीं रुकी, तो पूरे जिले के व्यापारी एक बड़ा आंदोलन करेंगे।