0 पुलिस और साइबर सेल की तत्परता से 6 घंटे में अपहृत युवक को सकुशल छुड़ाया गया

जांजगीर-चाम्पा। जांजगीर थाना क्षेत्र में बड़ा ही चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जिसमें एक युवक को हनी ट्रैप में फंसा कर उसका अपहरण कर लिया गया, और परिजनों से फिरौती की मांग की गई। इस मामले में पुलिस ने एक महिला और एक पुरुष को गिरफ्तार किया है, जबकि एक अन्य आरोपी की तलाश जारी है।
वीडियो बनाकर किया ब्लैकमेल
यह घटना 12 जून की है, जब शाम 7 बजे ग्राम बसंतपुर निवासी बुधराम साहू ने रिपोर्ट दर्ज कराई कि उसका बेटा किशन साहू शाम को घूमने निकला था। रात 8 बजे उसके बेटे के मोबाइल से किसी अज्ञात व्यक्ति ने फोन कर बताया कि किशन एक लड़की के साथ आपत्तिजनक स्थिति में पकड़ा गया है और उसका वीडियो बना लिया गया है। वीडियो को सार्वजनिक न करने और किशन को छुड़ाने के लिए 17 लाख रुपये की मांग की गई। आरोपियों ने किशन के साथ मारपीट कर उसे धमकाया और पीड़ित पिता को बार-बार फोन कर फिरौती देने का दबाव बनाया।
खेतों के बीच एक मकान में मिला अपहृत
मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक विजय कुमार पाण्डेय ने तत्काल कार्रवाई के निर्देश दिए। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक के मार्गदर्शन में थाना जांजगीर और साइबर टीम को मिलाकर एक विशेष टीम गठित की गई। महज छह घंटे के भीतर आरोपियों का पता लगाते हुए पुलिस टीम ने पहरिया के पास खेतों के बीच एक बोर मकान से अपहृत किशन को सुरक्षित बरामद किया।
सोशल मीडिया से झांसा देकर जाल में फंसाया
गिरफ्तार आरोपियों में अभय कुमार सूर्यवंशी (22 वर्ष) निवासी कुलीपोटा, जांजगीर और आयशा बेगम उर्फ अन्नू उर्फ अस्मिता साहू (26 वर्ष) निवासी भोजपुर, चांपा शामिल हैं। आरोपियों के पास से घटना में प्रयुक्त मोटरसाइकिल और दो स्कूटी भी बरामद की गई है। पूछताछ में आरोपियों ने खुलासा किया कि युवक को सोशल मीडिया के माध्यम से झांसा देकर जाल में फंसाया गया था।
पुलिस ने धारा 140(2) बीएनएस के तहत अपराध दर्ज कर लिया है और एक अन्य फरार आरोपी की तलाश जारी है। पीड़ित पिता ने अपने बेटे को सकुशल पाकर राहत की सांस ली और पुलिस की त्वरित कार्रवाई की सराहना की है।