रायपुर। राजधानी में दिनों दिन बढ़ते अपराधों पर अब किसी प्रकार का अंकुश नहीं रहा है। इस बीच शासन, प्रशासन और राज्य में पुलिस की लचर व्यवस्था का एक और उदाहरण उभर कर सामने आया है।

रायपुर पश्चिम विधानसभा क्षेत्र के रायपुरा स्थित इंद्रप्रस्थ वंडरलैण्ड के पास सोमवार की सुबह एक ट्रंक के अंदर बंद सूटकेस मिला जिसे खोलने पर पुलिस भी सन्न रह गई। सूटकेस के अंदर एक युवक की सीमेंट में लाश मिली है जिसकी शिनाख्त अब तक नहीं हो पाई है।

इंद्रप्रस्थ वंडरलैण्ड के पास के रहवासियों को सुबह से ही दुर्गंध को एहसास हो रहा था। लेकिन शाम होते होते दुर्गंध इतनी बढ़ गई कि लोगों ने पास की झाड़ियों में जाकर खुद देख लेना उचित समझा। बाद में उन्हें एहसास हुआ कि दुर्गंध ट्रंक के अंदर से आ रही है। जिसके बाद मौके पर मौजूद लोगों ने पुलिस को मामले की सूचना दी और थोड़ी देर में पुलिस और पूर्व विधायक विकास उपाध्याय घटनास्थल पर पहुंचे।

विकास उपाध्याय ने पुलिस वालों से नाराजगी जताते हुए कहा कि “राजधानी में अपराधी ‘सूटकेस सिंडिकेट’ जैसा नया पैटर्न अपना रहे हैं। सूटकेस में लाश डालकर उसमें सीमेंट भर देने महज इत्तेफाक नहीं हो सकता। ये राजधानी की सुरक्षा व्यवस्था पर सबसे बड़ा सवाल है। अपराधियों को लग रहा है कि वे कुछ भी करके बच जाएंगे। प्रशासन को अब ‘फेसबुक पोस्ट’ नहीं, फील्ड पर एक्शन दिखाना होगा।”

पुलिस ने बताया कि मृतक की शिनाख्त के प्रयास जारी हैं और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। एफएसएल की टीम और डॉग स्क्वॉड भी मौके पर तैनात की गई है, घटना स्थल के आस-पास लगे सीसीटीवी कैमरों की पड़ताल की जा रही है जिसमें एक ऑल्टो कार सुबह 9.50 बजे जिसपर 20 साल पुरानी सेंट्रो का रजिस्ट्रेशन नंबर लगा हुआ था कॉलोनी के गेट से ट्रंक लेकर निकलती नज़र आई है। पुलिस को शक है कि युवक की कहीं और हत्या कर शव को सुनसान इलाके में ठिकाने लगाया गया है।

मामले को लेकर स्थानीय लोगों का कहना है कि रायपुर अब सेफ सिटी नहीं रही, पिछले कुछ महीनों में क्षेत्र में अपराध, नशे और संदिग्ध गतिविधियों बेलगाम बढ़ रही हैं। लेकिन सुरक्षा के नाम पर जिम्मेदार विभागों की चुप्पी आम जनता के लिए असहनीय होती जा रही है।