CG Balod Diarrhea

बालोद। CG Balod Diarrhea: बालोद जिले के तरौद गांव में उल्टी-दस्त की शिकायत के साथ छोटे बच्चों से लेकर बुजुर्ग तक अस्पताल पहुंच रहे हैं। दूषित पानी से हफ्तेभर में 50 से अधिक लोग बीमार, तीन की मौत से ग्रामीण दहशत में हैं।

CG Balod Diarrhea: हालात की गंभीरता को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने गांव में चिकित्सा शिविर शुरू किया है। सीएमएचओ डॉ. महेश सूर्यवंशी ने बताया कि डायरिया फैलने की वजह दूषित पेयजल आपूर्ति है। उन्होंने बताया कि गांव के उप-स्वास्थ्य केंद्र में 24 घंटे डॉक्टरों की ड्यूटी लगाई गई है, जहां मरीजों का लगातार इलाज चल रहा है।

CG Balod Diarrhea: अब तक तीन मौतें, लेकिन डायरिया से नहीं

हालांकि स्वास्थ्य विभाग ने स्पष्ट किया है कि मौतों का सीधा संबंध डायरिया से नहीं है। पहली मौत एक व्यक्ति की हार्ट अटैक से हुई, जिसे शुरू में डायरिया से मौत माना गया था। दूसरी मौत एक 6 महीने के बच्चे की निमोनिया (Pneumonia) से हुई। जबकि तीसरी मौत एक 75 वर्षीय बुजुर्ग महिला की थी, जो लंबे समय से बीमार थीं।

CG Balod Diarrhea: स्थिति पर नियंत्रण में

स्वास्थ्य विभाग के अनुसार पिछले दो दिनों में कोई नया मरीज सामने नहीं आया है और पहले भर्ती हुए अधिकांश मरीजों को छुट्टी दे दी गई है। वर्तमान में केवल तीन मरीज अस्पताल में भर्ती हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि वर्षों पुरानी पाइपलाइन जर्जर हो चुकी है, जिससे पानी में गंदगी घुल रही है। उनकी मांग है कि गांव की पेयजल व्यवस्था को तुरंत दुरुस्त किया जाए, ताकि ऐसी स्थिति दोबारा न बने।