Operation Sindoor: इस्लामाबाद। भारत की ब्रह्मोस मिसाइल ने पाकिस्तान के नूर खान एयरबेस पर ऐसा हमला किया कि पाकिस्तानी सेना के पास सिर्फ 30 से 45 सेकंड का वक्त था यह समझने के लिए कि क्या यह मिसाइल परमाणु हथियार लेकर आई है। यह खुलासा किया है पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ के खास सलाहकार राणा सनाउल्लाह ने।
राणा सनाउल्लाह ने कहा कि भारत का यह हमला इतना तेज था कि पाकिस्तान की हवाई रक्षा प्रणाली को भेदते हुए सीधे नूर खान एयरबेस पर जा लगा। उन्होंने डर जताया कि अगर गलतफहमी हुई होती, तो परमाणु युद्ध की शुरुआत हो सकती थी। हालांकि, भारत की ‘नो-फर्स्ट-यूज’ नीति के चलते ऐसा नहीं हुआ।
Operation Sindoor: ऑपरेशन सिंदूर में भारत की थी जवाबी कार्यवाही
मामला उस वक्त का है जब भारत ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत मई 2025 में पाकिस्तान के कई ठिकानों पर ब्रह्मोस मिसाइलों से हमला किया। यह कार्रवाई जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले का जवाब थी, जिसमें पाकिस्तान समर्थित आतंकियों ने 26 पर्यटकों को मार डाला था।

राणा सनाउल्लाह ने एक इंटरव्यू में बताया, “जब भारत ने नूर खान एयरबेस पर ब्रह्मोस मिसाइल दागी, तो हमारे पास सिर्फ 30-45 सेकंड थे यह पता करने के लिए कि क्या यह परमाणु हमला है। इतने कम वक्त में फैसला लेना बेहद खतरनाक था।
Operation Sindoor: नूर खान एयरबेस को भारी नुकसान
बता दें कि रावलपिंडी के चकलाला में स्थित नूर खान एयरबेस इस्लामाबाद से सिर्फ 10 किलोमीटर दूर है, पाकिस्तान वायुसेना का एक अहम ठिकाना है। इस हमले में एयरबेस के रनवे, हैंगर और रडार सिस्टम को भारी नुकसान हुआ। सैटेलाइट तस्वीरों ने भी इसकी पुष्टि की है। राणा सनाउल्लाह ने माना कि इस हमले ने पाकिस्तान को हिलाकर रख दिया और परमाणु युद्ध का डर पैदा हो गया था।
Operation Sindoor: पाकिस्तान ने मांगी थी सीजफायर
पाकिस्तान के उप-प्रधानमंत्री इशाक डार ने भी पहले स्वीकार किया था कि भारत ने नूर खान और शोरकोट एयरबेस समेत कई ठिकानों पर हमले किए। चार दिन की तनातनी के बाद पाकिस्तान को सीजफायर के लिए कहना पड़ा। डार ने बताया कि सऊदी अरब के प्रिंस फैसल ने भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर से बात कर तनाव कम करने की कोशिश की थी।
Operation Sindoor: भारत की सटीक रणनीति से सीजफायर को मजबूर हुआ पाकिस्तान
भारत ने ऑपरेशन सिंदूर में न सिर्फ नूर खान, बल्कि सरगोधा, भोलारी, जैकबाबाद जैसे कई पाकिस्तानी एयरबेस को निशाना बनाया। भारतीय सेना ने लश्कर-ए-तैयबा, जैश-ए-मोहम्मद और हिजबुल मुजाहिदीन जैसे आतंकी संगठनों के ठिकानों को भी नेस्तनाबूद किया, जिसमें 100 से ज्यादा आतंकी मारे गए। पाकिस्तान ने जवाबी कार्रवाई की कोशिश की, लेकिन भारत ने उसके ड्रोन और मिसाइल हमलों को नाकाम कर दिया।