जशपुर। छत्तीसगढ़ में हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। मामले में एक नाबालिग बालक ने फेसबुक पर फर्जी फोटो लगाकर आईडी बनाई थी और लड़कियों से दोस्ती करता था। दोस्ती करने के बाद लड़कियों को मिलने बुलाकर उनका मोबाइल और पर्स लूटकर फरार हो जाता था। पीड़ितों की शिकायत पर पुलिस ने मामला दर्ज कर अपचारी बालक को गिरफ्तार कर बाल संप्रेषण गृह भेज दिया है।
मामले में जशपुर के कुनकुरी और नारायणपुर थाना क्षेत्र की पीड़िताओं ने रिपोर्ट दर्ज कराई थी। पीड़िताओं ने शिकायत में बताया था कि उनके पास एक फर्जी आईडी से फेसबुक व इंस्टाग्राम में फ्रेंड रिक्वेस्ट आया था, जिसे उन लोगों ने एक्सेप्ट कर लिया था और चैटिंग करते थे।
कैसे दिया लूट को अंजाम…
इसी दौरान 26 जून को अपचारी ने कुनकुरी क्षेत्र की एक नाबालिग पीड़िता को मिलने बुलाया। अपचारी बाइक में नकाब लगाकर आया था और नाबालिग पीड़िता को नियत स्थान पर ले गया। अपचारी बालक के नकाब हटाने पर पीड़िता घबरा गई क्योंकि अपचारी की शक्ल फर्जी फेसबुक प्रोफाइल में लगी फोटो से अलग थी। पीड़िता के घबराकर भागने पर अपचारी ने उसे पकड़ लिया और डरा-धमका कर उससे उसका मोबाइल छीनकर भाग गया।
दुलदुला थाना क्षेत्र में भी अपचारी ने ऐसी ही एक घटना काे अंजाम दिया। इस घटना में अपचारी ने पीड़िता से मोबाइल और 2000 रुपए की लूट की। जिसके बाद अपचारी ने युवती के फोन पे का पासवर्ड रिसेट कर 25 हजार रुपए अपने खाते और 5000 रुपए अपने दोस्त के खाते में ट्रान्स्फर किया।
दोनों लूट की घटनाएं लगातार हुई थीं। दोनों लूट का पैटर्न भी एक जैसा था। मामले की गंभीरता को देखते हुए SSP शशि मोहन सिंह ने आरोपी की गिरफ्तारी के लिए एक विशेष पुलिस की टीम बनाकर मामले की जांच शुरू की।
आरोपी तक कैसे पहुंची पुलिस…
साइबर सेल ने अपचारी की फेसबुक आईडी की जांच की तो वह फर्जी निकली। फेसबुक में लगी फोटो भी फर्जी थी। साइबर सेल द्वारा फर्जी फेसबुक आईडी को ट्रेस किया गया। पुलिस को फेसबुक आईडी से रजिसटर्ड मोबाइल नंबर और मोबाइल नंबर से बैंक के डीटेल मिले। पतासाजी के दौरान मालूम हुआ कि यह खाता 17 वर्षीय नाबालिग द्वारा ऑपरेट किया जाता था। पुलिस टीम ने अपचारी की बाइक और मोबाइल जब्त कर उसे बाल सुधार गृह भेज दिया है।
बीमारी के बहाने से पीड़िताओं की सहेलियों से भी ऐठें पैसे
पुलिस की जांच में यह भी पता चला है कि अपचारी ने पीड़िताओं के फेसबुक से उनकी सहेलियों से भी संपर्क किया था। चैट के माध्यम से अपचारी ने बीमारी का बहाना बनाकर उनकी सहेलियों से भी पैसे ले लिए थे। पुलिस की पूछताछ में अपचारी ने अपने सारे अपराध स्वीकार किए।