रायपुर। रायपुर में कर्ज के नाम पर जबरन वसूली और मारपीट करने वाले सूदखोर वीरेंद्र तोमर और रोहित तोमर के खिलाफ अब मामला गंभीर हो गया है। कोर्ट ने दोनों के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी कर दिया है। साथ ही साफ निर्देश दिया गया है कि अगर दोनों 14 दिन के भीतर थाने में हाज़िर होकर बयान नहीं देते, तो उनकी संपत्ति कुर्क कर ली जाएगी।
लगातार फरार, इनाम घोषित
तेलीबांधा, डीडीनगर और पुरानी बस्ती थानों में बीते डेढ़ महीने के भीतर दोनों भाइयों के खिलाफ सूदखोरी, मारपीट और जबरन वसूली जैसे पांच केस दर्ज हुए हैं। रोहित तोमर पर तेलीबांधा थाने में केस दर्ज होने के बाद पुलिस ने उसे पकड़ने की कोशिश की, लेकिन तभी से वह और उसका बड़ा भाई वीरेंद्र गायब हैं।
पुलिस ने संभावित ठिकानों पर छापे मारे, लेकिन दोनों हाथ नहीं आए। इसके बाद SSP डॉ. लाल उम्मेद सिंह ने दोनों की गिरफ्तारी पर 5-5 हजार रुपये का इनाम घोषित कर दिया।
संपत्ति और बैंक खातों पर कार्रवाई शुरू
पुलिस ने राजस्व विभाग को पत्र लिखकर दोनों भाइयों की संपत्ति की जानकारी मांगी है। साथ ही उनके बैंक खातों को सीज करने की प्रक्रिया पहले ही शुरू हो चुकी है।
अब तक की छापेमारी में पुलिस ने उनके घर से 37 लाख रुपये नकद, 1 करोड़ रुपये से अधिक कीमत के गिरवी रखे सोने-चांदी के जेवर, कोरे स्टांप पेपर और कर्जदारों के साइन किए हुए प्रॉपर्टी पेपर्स जब्त किए हैं।
नेपाल भागने की आशंका
पुलिस को शक है कि वीरेंद्र और रोहित कुछ समय यूपी में छिपे रहे और फिर नेपाल भाग गए। दोनों के मोबाइल बंद हैं और उन्होंने परिवार से भी संपर्क तोड़ रखा है। उनके रिश्तेदारों के मोबाइल सर्विलांस पर हैं, लेकिन कोई खास सुराग हाथ नहीं लग पाया।
अब मददगार भी रडार पर
पुलिस की नजर अब उन लोगों पर है जो इन दोनों को मदद पहुंचा रहे हैं। अगर जल्द गिरफ्तारी नहीं होती, तो इनके मददगारों पर भी कार्रवाई शुरू की जाएगी। कोर्ट की सख्ती के बाद अब स्पष्ट है कि अगर 14 दिन के भीतर ये दोनों थाने नहीं पहुंचे, तो अगला कदम सीधे ज़मीन-जायदाद की कुर्की और मददगारों की गिरफ्तारी का होगा।