रायपुर। छत्तीसगढ़ संजीवनी 108-102 कर्मचारी कल्याण संघ (108-102 Employee Welfare Association) अपनी मांगों को लेकर आज सड़क पर उतरा। मंगलवार को बूढ़ातालाब पर जमकर नारेबाजी करते हुए उन्होंने मांगों को रखा। ठेका प्रथा बन्द करने और निकाले गए कर्मचारियों की बहाली को लेकर उन्होंने रैली निकाली। बरसते बारिश के बीच एम्बुलेंस कर्मचारियों ने अपने परिवार के साथ वादा निभाओ रैली निकाली।

एंबुलेंस कर्मचारियों (Chhattisgarh Ambulance Employees) की रैली को पुलिस ने सप्रे शाला के पास रोक लिया। इसके बाद कर्मचारियों ने मुख्यमंत्री के नाम एडीएम को ज्ञापन सौंपा। 108-102 संजीवनी कर्मचारी कल्याण संघ के प्रान्ताध्यक्ष राजेन्द्र राठौर का कहना है कि पिछला आंदोलन हमारा 41 दिन का था जिसमें पिछ्ली सरकार ने हमारी मांगों को नजरअंदाज किया था। आज भी 550 कर्मचारी पिछले 1 वर्षों से बाहर हैं। उस दौरान भूपेश बघेल (CM Bhupesh Baghel) पीसीसी अध्यक्ष होने के नाते मंच पर आकर उन्होंने वादा किया था कि आप लोगों में कार्य क्षमता है उसके आधार पर आपको मूल्य मिलेगा। यह जो ठेका प्रथा है उसको हटाया जाएगा।

आज सरकार को बने सात माह गुजर चुके हैं। मगर अबतक एक भी मांगें पूरी नहीं हो सकी हैं। हमने छह सूत्रीय मांगों समेत जो कार्य में बाहर हैं उन सभी साथियों की वापसी के लिए वादा निभाओ रैली निकाली है। राजेन्द्र राठौर ने कहा कि एडीएम को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा है क्योंकि हमें सरकार से यही निवेदन करना है सरकार इस बारे में गंभीरता दिखाये। जब सरकार ने घोषणा पत्र में लिखा था कि हमारी आउटसोर्सिंग प्लेसमेंट (Outsourcing Placement) ठेका प्रथा बंद होना है तो फिर टेंडर जारी करने का मतलब ही नहीं। अब टेंडर भी जारी कर रहे हैं उसमें कहीं भी नहीं लिखा है कि पूर्व के कर्मचारी हैं उनको लिया जाना है।

 

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