नई दिल्ली। 30 billion dollar FDI in India चालू वित्त वर्ष में सितंबर तक पहली छमाही में 30 अरब डॉलर से अधिक का एफडीआई आया है, जो पिछले वर्ष की इसी अवधि से 15 फीसदी अधिक है। यह आंकड़ा केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय की ओर से जारी किया गया है।

जिन राज्यों ने विदेशी निवेशकों को आकर्षित किया उनमें गुजरात, महाराष्ट्र , दिल्ली, कर्नाटक, तेलंगाना, झारखंड, हरियाणा, तमिलनाडु, उत्तर प्रदेश और पश्चिम बंगाल शामिल हैं वहीं छत्तीसगढ़ में निवेश करने में विदेशी कंपनियों ने दिलचस्पी नहीं दिखाई।
सरकार ने जारी किए आंकड़े
मंत्रालय की ओर से जारी आंकड़ों में बताया कि वित्त वर्ष 2020 – 21 की पहली छमाही में कुल एफडीआई 30 अरब 40 लाख डॉलर दर्ज किया गया है। इस अवधि में एफडीआई में डॉलर के संदर्भ में 15 फीदी और रुपए के संदर्भ में 23 फीसदी की वृद्धि देखी गई है।
आंकड़ों के अनुसार सर्वाधिक एफडीआई अगस्त माह में 17 अरब डॉलर से अधिक रहा है। जुलाई से सितंबर तक की दूसरी तिमाही में कुल एफडीआई 28 अरब डॉलर से अधिक रहा है।
इन देशों से मिला सबसे ज्यादा निवेश
अगर बात उन देशों की करें तो जिन्होंने सबसे ज्यादा निवेश किया तो उसमें सबसे पहला नाम सिंगापुर का है, जहां से 8.3 अरब डॉलर के निवेश मिला है। इसके बाद अमरीका की ओर से 7.12 अरब डॉलर निवेश आया है।
केमैन आइलैंड्स से 2.1 अरब डॉलर का निवेश आया है । वहीं मॉरीशस ने दो अरब डॉलर का निवेश किया है। नीदरलैंड की ओर से 1.5 अरब डॉलर का निवेश आया है। ब्रिटेन ने 1.35 अरब डॉलर निवेश किया है। फ्रांस ने 1.13 अरब डॉलर और जापान ने 65.3 करोड़ डॉलर का निवेश देखने को मिला है।
इन क्षेत्रों और राज्यों को मिला एफडीआई
अगर आंकड़ों पर बात करें तो अप्रैल से लेकर सितंबर 2020-21 के बीच जिन सेक्टर्स ने एफडीआई सबसे ज्यादा आकर्षित किया, उनमें कंप्यूटर सॉफ्टवेयर और हार्डवेयर 17.55 अरब डॉलर के साथ सबसे आगे हैं।
उसके बाद सर्विस सेक्टर का नात है, इस दौरान इस सेक्टर में 2.25 अरब डॉलर का निवेश आया है। ट्रेडिंग में 94.9 करोड़ डॉलर, रसायन में 43.7 करोड़ डॉलर और ऑटोमोबाइल सेक्टर में 41.7 करोड़ डॉलर का निवेश मिला है।
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