कुर्सियों की खरीदी में हो गया सवा करोड़ का खेल, मंत्री ने दिए जाँच के आदेश
कुर्सियों की खरीदी में हो गया सवा करोड़ का खेल, मंत्री ने दिए जाँच के आदेश

जांजगीर। जांजगीर में पार्षदों द्वारा खरीदी गई कुर्सी का पेंच फंस गया है, इस मामले मे नगरीय प्रशासन मंत्री शिव डहरिया ने बड़े भ्रष्टाचार की आशंका जाहिर करते हुए जांच के निर्देश दिये हैं। दरअसल वार्ड के विकास के लिए मिले 1 करोड़ 19 लाख रुपए से जांजगीर नगर पालिका के पार्षदों ने केवल कुर्सियां खरीदी। वार्ड का प्रतिनिधित्व करने वाले पार्षद अपने इलाके में विकास कार्य नाली, सड़क, बिजली खम्भे की मूलभूत जरूरतों को आखिर कैसे भूल गए, इसकी आशंका जब विभागीय मंत्री को हुई तब उन्होंने इसकी जाँच के आदेश दे दिए।

कुर्सी मिली तब जनता को भूले

जनता ने जिन्हें चुनकर अपना प्रतिनिधित्व करने और अपने वार्डों में विकास कार्य तथा मूलभूत जरूरतों को पूरा करने के लिए नगर पालिका में भेजा था। उन प्रतिनिधियों ने वर्ष 2019-20 में वार्डों का विकास करने की बजाय अपनी निधि का उपयोग उस सत्र में केवल कुर्सी खरीदने में ही कर दिया। पार्षदों ने उस 1 करोड़ 19 लाख रुपए से अधिक की कुर्सियां जेम पोर्टल से खरीद डाली। वे अगर इससे आधी राशि भी अपने वार्डों में खर्च करते तो नाली व सड़क की समस्या से जूझ रहे लोगों को समस्याओं का सामना नहीं करना पड़ता और न ही इन कार्यों के लिए सरकार से फंड का इंतजार करना पड़ता।

जनप्रतिनिधियों को इतनी मिली थी रकम

जांजगीर- नैला नगर पालिका के पार्षद व अध्यक्ष को सरकार द्वारा अपने वार्डों में विकास कार्य कराने के लिए प्रति वर्ष पार्षदों को 3 लाख, एल्डरमैन को दो लाख व अध्यक्ष को 25 लाख रुपए प्रति वर्ष दिए जाते हैं। इस फंड का उपयोग उन्हें अपने विवेक के अनुसार, वार्डों की जरूरतों को देखते हुए करना होता है, लेकिन 2019-20 में तत्कालीन परिषद के अध्यक्ष व पार्षदों ने अपनी निधि केवल टेबल कुर्सी, बेंच, डेस्क, झूला खरीदने में खर्च कर दी।

जेम पोर्टल से केवल 03 फर्मो से की खरीदी

इन सामग्रियों की खरीदी जेम पोर्टल से की गई थी। जेम पोर्टल से शिवम इंटरप्राइजेस, ओम सांई ट्रेडर्स व महामाया ट्रेडर्स से सप्लाई हुई है। आदेश के बाद इन कुर्सियों का भौतिक सत्यापन होगा जिससे अब पेंच फंसेगा क्योंकि अब तो इनमें से कई कुर्सियां गायब भी हो गई है। ये कुर्सियां बगीचों और सड़को के किनारे लगाई गईं थीं।

मंत्री के आदेश के बाद अब होगा सत्यापन

इस मामले मे सीएमओ राजेश गुप्ता ने बताया कि विभागीय मंत्री डॉ. शिव डहरिया ने जिले के सीएमओ की वर्चुअल मीटिंग ली, जिसमें उन्होंने 2019-20 में हुई कुर्सियों की खरीदी की फाइल खोलने व जांच करने के लिए निर्देशित किया है। उन्होंने जांजगीर- नैला सीएमओ के साथ ही जे डी बिलासपुर को जांच करने के लिए निर्देश दिया है।

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