रायपुर। महाधिवक्ता विवाद पर सियासत शुरू हो गई है। छ्त्तीसगढ़ में महाधिवक्ता के पद को लेकर शुक्रवार रात बड़ा फैसला लिया गया। शुक्रवार दे रात कनक तिवारी की जगह सतीश चंद्र वर्मा के नियुक्ति आदेश जारी कर दिए गए। इस पर सियासी दिग्गजों की प्रतिक्रियाएं सामने आर रही हैं।

क्या कहा रमन सिंह ने
पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह ने प्रदेश सरकार पर निशाना साधा है। पूर्व सीएम रमन सिंह ने ट्वीट किया कि, ‘सरकार द्वारा संवैधानिक संकट की स्थिति उत्पन्न हो गई है।’ कनक तिवारी के इस्तीफे की खबरों के बीच सतीश चंद्र वर्मा को नया महाधिवक्ता रमन सिंह ने ट्वीट किया कि महाधिवक्ता कनक तिवारी ने और राजभवन ने स्वीकार किया है कि उन्होंने अपने पद से इस्तीफा नहीं दिया है, तो मुख्यमंत्री जी बताए कि उन्होंने किस प्रकार महाधिवक्ता का इस्तीफा स्वीकृत किया है।


विधि मंत्री मोहम्मद अकबर ने कहा
महाधिवक्ता नियुक्ति विवाद पर विधि मंत्री मोहम्मद अकबर ने कहा कि प्रक्रिया और नियमों के आधार पर नियुक्ति की गई है। अकबर ने कहा कि कनक तिवारी ने काम न करने की अनिच्छा जताई थी इसलिए नए महाधिवक्ता की नियुक्ति की गई है। विधि मंत्री मोहम्मद अकबर ने कहा कि नियुक्ति में बकायदा राज्यपाल का अनुमोदन लिया गया है। राज्यपाल के अनुमोदन के बाद ही नियुक्ति की गई है। विधि मंत्री ने कहा कि महाधिवक्ता का अपने पद पर बने रहना या हटाया जाना राज्यपाल के निर्देश पर होता है, सरकार इस विषय पर विवाद नहीं चाहती है।

अप्रिय स्थिति
सूबे के स्वास्थ्य मंत्री सिंहदेव ने महाधिवक्ता मामले पर बयान देते हुए कहा है कि इससे अप्रिय स्थिति बनी है। कनक तिवारी जी इस्तीफा नहीं देने की बात कह रहे हैं। इसके पीछे उन्होंने कहा है कि मुख्यमंत्री ने किसी को पदस्थ किया है तो ये सीएम का विशेषाधिकार का मामला है।

अपमानपूर्वक बर्खास्त 
अमित जोगी ने कहा है कि देर इस तरह महाधिवक्ता को बर्खास्त कर नए महाधिवक्ता की नियुक्ति कई सवाल खड़े करता है। अमित जोगी ने आरोप लगाते हुए कहा है कि महाधिवक्ता कनक तिवारी ने भूपेश बघेल के अनैतिक कार्यों का साथ नहीं दिया जिसकी वजह से इन्हें अपमानपूर्वक बर्खास्त कर दिया गया है।

संवैधानिक संकट
बीजेपी छत्तीसगढ़ ने ट्वीट किया है कि यह संवैधानिक संकट नहीं तो क्या है! -महाधिवक्ता कनक तिवारी ने इस्तीफा दिया नहीं। राजभवन को इस्तीफा मिला नहीं। फिर भी भूपेश बघेल जी को इस्तीफा मिल गया और नये महाधिवक्ता की नियुक्ति भी हो गई। हे राम! न खाता न बही जो भूपेश कहें वही सही

प्रदेश में पहली बार भ्रम की स्थिति
बीजेपी के वरिष्ठ नेता अजय चंद्राकर ने ट्वीट कर कहा है कि..  आपने कहा महाधिवक्ता ने इस्तीफा दिया , महाधिवक्ता ने कहा कि मैंने इस्तीफा नहीं दिया, और विधि मंत्री ने कहा कि अनिच्छा जाहिर की , संवैधानिक पद के साथ ऐसी भ्रम की स्थिति प्रदेश में पहली बार बनी है। कृपया सामने आकर स्थिति स्पष्ट करें

सतीश चंद्र वर्मा ने संभाली जिम्मेदारी
प्रदेश में महाअधिवक्ता विवाद के बीच सतीश चंद्र वर्मा छत्तीसगढ़ के नए महाधिवक्ता बनाए गए हैं। नई जिम्मेदारी मिलने पर एक तरफ सतीश चंद्र वर्मा ने खुशी जताई तो वहीं कनक तिवारी के इस्तीफे के मसले पर कुछ भी कहने से इनकार कर दिया है। वर्मा ने कहा कि वो देर रात ही लौटे हैं इसलिए उन्हें इस मामले की ज्यादा जानकारी नहीं है। शनिवार को उन्होंने महाधिवक्ता का कार्यभार संभाल लिया है। जानकारी के अनुसार, महाधिवक्ता वर्मा रात 8 बजे प्रभारी विधि मंत्री मोहम्मद अकबर से मुलाकात करेंगे। रविवार को राज्यपाल आनंदी बेन पटेल से मुलाकात का समय लिया है।