पद्मश्री पुरस्कार लेने नंगे पांव पहुंचा नारंगी बेचने वाला, तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठा पूरा हाल…
पद्मश्री पुरस्कार लेने नंगे पांव पहुंचा नारंगी बेचने वाला, तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठा पूरा हाल…

नेशनल डेस्क। देश के सबसे बड़े सम्मान भारत रत्न के बाद देश के सर्वोच्छ नागरिक सम्मान पद्म पुरस्कार सोमवार को राष्ट्रपति भवन में बांटा गया। इस दौरान राष्ट्रपति भवन में दिलचस्‍प नजारा देखने को मिला।

पद्म पुरस्कार देने का यह कार्यक्रम राष्ट्रपति भवन के ऐतिहासिक दरबार हॉल में भव्य समारोह आयोजित किया गया। इस दौरान सुषमा स्वराज और अरुण जेटली जैसे राजनेताओं को मरणोपरांत पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया।

इस दौरान जब कर्नाटक के नारंगी विक्रेता अपना सम्मान लेने के लिए राष्ट्रपति कि पास पहुंचे तो पूरा हॉल तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठा। हरेकला हजब्बा नंगे पांव और साधारण कपड़ा पहनकर राष्ट्रपति के पास पहुंचे थे।

राष्ट्रपति कोविंद ने हरेकला हजब्बा सामाजिक कार्य के लिए आज पद्मश्री प्रदान किया। कर्नाटक के मैंगलोर के नारंगी विक्रेता ने अपने गांव में एक स्कूल बनाने के लिए अपने व्यवसाय से पैसे बचाए।

मैंगलोर शहर से लगभग 40 किमी दूर हरेकला गांव में संतरा बेचते हैं। वह अपने व्यापार से पैसे बचाकर गांव के बच्चों के लिए स्कूल बनवाया। गांव में स्कूल नहीं होने के कारण हरकेला की पढ़ाई नहीं हो सकी थी। इसलिए उन्होंनेअपने गांव में स्कूल बनवाया। उन्होंने अपने इस प्रयास को साल 1995 में शुरू किया था। 2000 में हरेकला हजब्बा ने अपनी सारी बचत का निवेश किया और एक एकड़ जमीन पर एक स्कूल शुरू किया।

Hindi News के लिए जुड़ें हमारे साथ हमारे
फेसबुक, ट्विटरयूट्यूब, इंस्टाग्राम, लिंक्डइन, टेलीग्रामकू और वॉट्सएप, पर

Trusted by https://ethereumcode.net