प्रदेश में डेथ ऑडिट शुरू... अब को-मार्बिडिटी में भी तलाश रहे हैं मृत्यु के असल कारण

रायपुर। प्रदेश सरकार एक बार फिर कोरोना से हुई मौतों का ऑडिट करवाने जा रही है। स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव की दोबारा डेथ ऑडिट की घोषणा के बाद से डेथ ऑडिट कमेटी ने रिकॉर्ड खंगालने शुरू कर दिए हैं। माना जा रहा है कि राजधानी में हुई मौतों के आंकड़े का अलग-अलग एजेंसियों के रिकॉर्ड में अभी 316 का अंतर आ गया है।

वहीं प्रदेश में 13508 मौतें हो चुकी हैं, ऑडिट के बाद संख्या 500 से ज्यादा बढ़ सकती है। इस बार डेथ ऑडिट की प्रक्रिया भी बदली जा रही है। अब कोरोना मौतों की पुष्टि के लिए समिति पिछले दो माह में मृत लोगों के रिश्तेदारों तथा इलाज करने वाले डॉक्टरों से भी बात करेगी। बता दें कि प्रदेश में कोरोना से सबसे ज्यादा मौतें राजधानी रायपुर में हुई हैं।

यहां अब तक 3452 लोगों की जान इस बीमारी से गई है। यह रिकॉर्ड सीएमएचओ दफ्तर से जारी होने वाले बुलेटिन का है, जबकि राज्य के बुलेटिन में मौतों की संख्या 3136 ही है। इस तरह, अभी राजधानी में ही मौतों की संख्या में 316 का अंतर है। सिर्फ रायपुर ही नहीं, ज्यादा मौतों वाले जिलों जैसे दुर्ग और राजनांदगांव में भी दोनों एजेंसियों के रिकॉर्ड में यह अंतर लगातार बना हुआ है, जबकि स्वास्थ्य विभाग अब तक प्रदेश में 600 से ज्यादा पुरानी मौतों को एडजस्ट कर चुका है। स्वास्थ्य मंत्री के निर्देश के बाद अब कोरोना डेथ ऑडिट कमेटी इसी अंतर की समीक्षा दोबारा शुरू करने जा रही है।

रायपुर में मरीजों की संख्या में भी 1200 का अंतर

प्रदेश में कोरोना मरीजों की संख्या बढ़ेगी। इसका भी ऑडिट किया जा रहा है। एनएचएम की डायरेक्टर डॉ. प्रियंका शुक्ला के नेतृत्व में महामारी नियंत्रण के नोडल अफसर डॉ. धर्मेंद्र गहवई की टीम इसमें काम कर रही है। यह बात सामने आई है कि रायपुर में मरीजों की संख्या में भी 1200 से ज्यादा का अंतर है। रायपुर में मरीजों की अब तक की संख्या 1.57 लाख है। डेथ ऑडिट से जुड़े अफसरों का कहना है कि रायपुर में सीएमएचओ के आंकड़ों से ज्यादा मरीज राज्य के बुलेटिन में दर्ज हैं।

अब को-मार्बिडिटी में भी तलाश होगी मृत्यु के असली कारण की

डेथ ऑडिट कमेटी यह भी देखेगी कि अगर किसी मरीज को कोरोना के अलावा दूसरी बीमारी थी, तो उसकी मौत की असल वजह कोरोना थी, या उसकी पुरानी बीमारी। जैसे, किसी को डायबिटीज के अलावा हार्ट, किडनी की बीमारी या कैंसर है तो मौत कोरोना से हुई थी या इन बीमारियों के कारण।

स्पीकर महंत के बेटे समेत प्रदेश में 118 नए मरीज

विधानसभा अध्यक्ष डॉ. चरणदास महंत के पुत्र सूरज महंत कोरोना संक्रमित हो गए हैं। उन्हें मिलाकर शुक्रवार को रायपुर में 4 नए कोरोना मरीज मिले हैं। प्रदेशभर में 118 नए केस सामने अाए हैं, जबकि एक व्यक्ति की मौत भी हुई है। प्रदेश में फिलहाल एक्टिव केस की संख्या 3046 है और इस मामले में अब जांजगीर-चांपा जिला टाॅप पर पहुंच गया है। वहां 270 मरीजाें का इलाज चल रहा है। जांजगीर-चांपा में नए मरीज ज्यादा मिल रहे हैं इसलिए वह एक्टिव केस के मामले में सबसे ऊपर है। दूसरे नंबर पर सुकमा है, जहां 235 मरीज है।

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