युवा कांग्रेस में गुटबाजी फिर हुई उजागर, प्रदेश मीडिया अध्यक्ष ने जारी की जिला प्रमुखों की सूची, प्रदेश प्रभारी ने कर दिया निरस्त
युवा कांग्रेस में गुटबाजी फिर हुई उजागर, प्रदेश मीडिया अध्यक्ष ने जारी की जिला प्रमुखों की सूची, प्रदेश प्रभारी ने कर दिया निरस्त

रायपुर। युवा कांग्रेस छत्तीसगढ़ में व्याप्त गुटबाजी फिर से सामने आने लगी है। इस बार मिडिया विभाग की जारी सूची को लेकर विवाद हुआ है। प्रदेश के युवा कांग्रेस के मीडिया विभाग के अध्यक्ष निखिल द्विवेदी ने अपने विभाग के जिला अध्यक्षों की सूची जारी की थी, मगर कुछ ही घंटों में प्रदेश युवा कांग्रेस के प्रभारी और राष्ट्रीय महासचिव संतोष कोलकुंडा ने इस सूची को यह कहते हुए निरस्त कर दिया कि बिना अनुमति के जारी इस तरह की सूची मान्य नहीं है।

छत्तीसगढ़ युवा कांग्रेस के मिडिया विभाग के अध्यक्ष निखिल द्विवेदी ने इसमें 80 लोगों की सूची जारी की है। इनमें से 03 मीडिया विभाग के उपाध्यक्ष बने हैं, 27 जिलों के लिए प्रभारी बनाए गए हैं और लगभग 50 के आस-पास स्टेट कोऑर्डिनेटर हैं। लिस्ट के जारी होते ही नेताओं को बधाईयां मिलनी शुरू हो गई, मगर कुछ ही घंटों में सारी ख़ुशी काफूर हो गई।

युवा कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव और छग प्रभारी संतोष कोलकुंडा और सह प्रभारी एकता ठाकुर ने प्रेस नोट जारी करते हुए बताया कि मीडिया विभाग की जो सूची छग युवा कांग्रेस के नाम से जारी की गई वह मान्य नही है। ऐसी किसी भी सूची की अनुमति राष्ट्रीय और प्रदेश नेतृत्व से नही ली गयी अतः इसे तत्काल प्रभाव से निरस्त किया जाता है। मीडिया विभाग को निर्देशित किया जाता है कि प्रदेश में कोई भी नियुक्ति करने से पूर्व प्रदेश प्रभारी और प्रदेश नेतृत्व से अनुमति लेना अनिवार्य है।

राष्ट्रीय अध्यक्ष की अनुशंसा पर जारी हुई है सूची : निखिल

छत्तीसगढ़ में युवा कांग्रेस के मीडिया विभाग के अध्यक्ष निखिल द्विवेदी ने TRP न्यूज़ को बताया कि बीते 19 जुलाई को ही युवा कांग्रेस के मीडिया विभाग के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल राव छत्तीसगढ़ आये थे, इस दौरान उन्होंने मिडिया विभाग में काम करने के इच्छुक युवाओं का इंटरव्यू लिया और सूची फाइनल की, उसे ही जारी किया गया है। ऐसे में सूची कैसे निरस्त की गई यह उनकी समझ में नहीं आ रहा है।

युकां में भी गुटबाजी चरम पर

छत्तीसगढ़ में युवा कांग्रेस में भी अनेक गुट सक्रिय हैं। इनमे प्रदेश अध्यक्ष पूर्णचंद पाढ़ी से लेकर अन्य प्रमुख नेता -अलग गुटों में बंटे हुए हैं। बताया जा रहा है कि सूची को पूर्णचंद कोको पाढ़ी के गुट ने रुकवाया है। चूँकि इस सूचि में पाढ़ी के लोगों को महत्त्व नहीं मिला, इसलिए सूची को अनुशंसा के बिना ही बनाया गया बताकर तिरस्त कर दिया गया।
बहरहाल देखना है कि आगे चलकर यही सूची जारी होती है या कोई और।

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