रामाधार कश्यप
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टीआरपी डेस्क। छत्तीसगढ़ के पूर्व राज्यसभा सदस्य व पूर्व कांग्रेस विधायक रामाधार कश्यप का देर रात करीब 3 बजे हार्ट अटैक से निधन हो गया है। वह बिलासपुर स्थित अपने आवास में ही थे। इसी दौरान अचानक उनकी तबीयत बिगड़ गई। परिजन उन्हें अस्पताल लेकर पहुंचे लेकिन डॉक्टरों ने वहां मृत घोषित कर दिया। उनका अंतिम संस्कार सरकंडा स्थित मुक्तिधाम में दोपहर 12 बजे किया जाएगा। उनके निधन पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल सहित अन्य कांग्रेस नेताओं ने शोक जताया है।

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CM भूपेश बघेल ने जताया शोक

वहीं मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने पूर्व सांसद रामाधार कश्यप के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए कहा कि इस दुःख की घड़ी में ईश्वर परिवारजनों को संबल और दिवंगत आत्मा को शांति दें। छत्तीसगढ़ राज्य निर्माण में उनका योगदान आने वाली पीढ़ियों को हमेशा प्रेरित करता रहेगा।

बता दें, रामाधार कश्यप का जन्म अकलतरा के चोर भट्टी में 26 नवंबर 1938 को हुआ था। प्रारंभिक शिक्षा मिशन स्कूल से लेने के बाद CMD कॉलेज से स्नातक किया और फिर LLB की पढ़ाई पूरी की। उसी दौरान सामाजिक कार्यकर्ता के रूप में राजनीतिक जीवन भी शुरू हुआ। महज 30 साल से कम की उम्र में अकलतरा मंडी के अध्यक्ष चुने गए। उनकी कार्यशैली को देखते हुए कांग्रेस ने बिलासपुर ग्रामीण जिला का बनाया। लंबे समय तक भातृ संघ संस्थापक के सदस्य भी रहे। अपनी राजनीति के दौरान कई आंदोलनों में भाग लिया।

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छत्तीसगढ़ का गठन हुआ तो तत्कालीन मुख्ययमंत्री अजीत जोगी ने साल 2002 में राज्यसभा भेज दिया। फिर सांसद रहते हुए 2003 में अकलतरा से विधानसभा का टिकट मिला और उन्होंने जीत दर्ज की। छत्तीसगढ़ को अलग राज्य बनाने रामाधार कश्यप ने विधानसभा में पर्चा फेंका था, जिस पर उन्हें सजा भी हुई थी। 84 वर्ष की आयु में उन्होंने अंतिम सांस ली।

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