'मेडिकल शिक्षा में प्राइवेट सेक्टर आगे नहीं आ सकते क्या?' - पीएम मोदी

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार रूस में आयोजित हो रहे छठे इस्टर्न इक्नामिक फोरम (ईईएफ) को संबोधित किया। भारत और रूस के आपसी संबंधों की अहमियत बताते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि उन्हें इस बात की खुशी है कि वह ‘इस्टर्न इकोनॉमिक फोरम’ को संबोधित कर रहे हैं। कार्यक्रम दौरान मोदी ने रूस के सुदूर पूर्व क्षेत्र के विकास में मास्को के नजरिए एवं सोच को वास्तविकता में बदलने में भारत एक विश्वसनीय साझेदार साबित होगा। इस सम्मान के लिए पीएम मोदी ने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को बधाई दी। पीएम ने अपनी 2019 की व्लादिवोस्तोक यात्रा को याद करते करते हुए कहा कि उन्होंने उस समय भी सुदूर पूर्व इलाके को विकसित करने की राष्ट्रपति पुतिन के नजरिए की तारीफ की।

‘संगम’ शब्द का विशेष महत्व है

प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत के इतिहास एवं सभ्यता में ‘संगम’ शब्द का विशेष महत्व है। इसका मतलब नदियों, लोगों और विचारों का मेल-मिलाप है। उन्होंने कहा, ‘मेरे विचार से व्लादिवोस्तोक वास्तव में यूरेशिया और प्रशांत का संगम स्थल है।’ अपनी 2019 की यात्रा के दौरान पीएम मोदी ने व्लादिवोस्तोक के सुदूर पूर्व में स्थित बंदरगाह के विकास में एक अरब अमेरिकी डॉलर का ऋण देने की घोषणा की। उन्होंने चेन्नई और व्लादिवोस्तोक के बीच सीधा सामुद्रिक कॉरीडोर बनाने के लिए एक सहमति पत्र पर हस्ताक्षर भी किए।

पीएम ने कहा कि उन्हें इस बात की खुशी है कि भारत का सबसे बड़ा शिपयार्ड मझगांव रूस की कंपनी वेज्दा के साथ मिलकर विश्व स्तरीय कॉमर्शियल जहाजों का निर्माण करने जा रहा है। इस मौके पर पीएम ने रूस के 11 क्षेत्रों के गवर्नर को भारत आने का न्योता दिया।

कसौटी पर खरे उतरे हैं दोनों देश

प्रधानमंत्री ने आगे कहा कि भारत के पास प्रतिभाशाली, समर्पित कार्यबल है, भारतीय प्रतिभा के लिए रूस के सुदूर पूर्व में विकास में योगदान देने की खातिर भरपूर गुंजाइश है। दोनों देशों के बीच ऊर्जा भागीदारी से वैश्विक ऊर्जा बाजार में स्थिरता लाने में मदद मिल सकती है। भारत-रूस की दोस्ती समय की कसौटी पर खरी उतरी है, हाल ही में टीके को लेकर सहयोग सहित कोविड महामारी के दौरान मजबूत सहयोग से यह दिखा है।

क्या इस्टर्न इक्नामिक फोरम

गौरतलब है कि रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन हर साल इस्टर्न इक्नामिक फोरम का आय़ोजन कराते हैं. इस्टर्न इक्नामिक फोरम कल यानी दो सितंबर को रूस के व्लादिवोस्तोक में शुरू हुआ था और ये 4 सितंबर तक चलेगा. इस फोरम का मुख्य उद्देश्य एशिया प्रशांत क्षेत्र में अंतर्राष्ट्रीय सहयोग का विस्तार और आर्थिक विकास का समर्थन करना है।