'शिक्षक पर्व-2021' का पीएम मोदी ने किया उद्घाटन, शिक्षा क्षेत्र में कई महत्वपूर्ण पहल की हुई शुरुआत
'शिक्षक पर्व-2021' का पीएम मोदी ने किया उद्घाटन, शिक्षा क्षेत्र में कई महत्वपूर्ण पहल की हुई शुरुआत

नेशनल डेस्क। पीएम मोदी ने आज मंगलवार को शिक्षक पर्व 2021 का उट्घाटन किया। ‘शिक्षक पर्व-2021’ का विषय “गुणवत्ता और सतत स्कूल: भारत में स्कूलों से सीखना” है। इस दौरान प्रधानमंत्री ने शिक्षा क्षेत्र में कई महत्वपूर्ण पहल की शुरुआत की।

इस दौरान पीएम ने कहा कि मैं सबसे पहले, राष्ट्रीय पुरस्कार प्राप्त करने वाले हमारे शिक्षकों को बहुत-बहुत बधाई देता हूँ। आप सभी ने कठिन समय में देश में शिक्षा के लिए, विद्यार्थियों के भविष्य के लिए जो योगदान दिया है, वो अतुलनीय है, सराहनीय है।

उट्घाटन समारोह के मौके पर केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान और केंद्रीय शिक्षा राज्य मंत्री जितिन प्रसाद भी मौजूद रहे।

आज़ादी के 100 वर्ष होने पर कैसा होगा भारत, इसके लिए ले रहा नए संकल्प

  • आज शिक्षक पर्व के अवसर पर अनेक नई योजनाओं का प्रारंभ हुआ है।
  • ये पहल इसलिए भी अहम है क्योंकि देश अभी आज़ादी का अमृत महोत्सव मना रहा है।
  • आज़ादी के 100 वर्ष होने पर भारत कैसा होगा, इसके लिए नए संकल्प ले रहा है।
  • आज विद्यांजली 2.0, निष्ठा 3.0, टॉकिंग बुक्स और यूएलडी बेस आईएसएल डिक्शनरी जैसे नए कार्यक्रम और व्यवस्थाएं लॉन्च की गई हैं।
  • मुझे पूरा भरोसा है कि यह हमारे शिक्षा व्यवस्था को वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धी बनाएगी।

अपनी क्षमताओं को आगे बढ़ाने का समय : पीएम मोदी

  • अब समय है कि हम अपनी क्षमताओं को आगे बढ़ाएं।
  • हमने कोरोना काल के मुश्किल समय में जो कुछ सीखा है उसे एक नई दिशा दें।
  • आज एक ओर देश के पास बदलाव का वातावरण है तो साथ ही नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति जैसी आधुनिक पॉलिसी भी है।
  • EP के फार्मूलेशन से लेकर कार्यान्वयन तक हर स्तर पर शिक्षाविदों, विशेषज्ञों, शिक्षकों का योगदान रहा है।
    आप सभी इसके लिए एक हैं।
  • अब हमें इस भागीदारी को एक नए स्तर तक लेकर जाना है, हमें इसमें समाज को भी जोड़ना है।

प्रधानमंत्री कार्यालय के मुताबिक मोदी इस कार्यक्रम में भारतीय सांकेतिक भाषा शब्दकोश (श्रवण बाधितों के लिए ऑडियो और अंतर्निहित पाठ सांकेतिक भाषा वीडियो, ज्ञान के सार्वभौमिक डिजाइन के अनुरूप), बोलने वाली किताबें (टॉकिंग बुक्स, नेत्रहीनों के लिए ऑडियो किताबें), CBSE के असेसमेंट फ्रेमवर्क का शुभारंभ करेंगे। पीएमओ ने कहा कि ‘शिक्षक पर्व’ का यह उत्सव न केवल सभी स्तरों पर शिक्षा की निरंतरता सुनिश्चित करेगा, बल्कि देश भर के स्कूलों में क्वालिटी, इंक्लूसिव प्रैक्टिसिस और सस्टेनेबिलिटी में सुधार के लिए इनोवेटिव प्रैक्टिसिस को मोटिवेट भी करेगा।

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