रायपुर। कोरोना संकटकाल में लापरवाही बरतने और प्रदेश में शराब दुकानें खोले जाने के विरोध में भारतीय पार्टी ने मंगलवार को प्रदेश भर में जिला एवं मंडल स्तर हल्लाबोल प्रदर्शन किया।

बंगले के बाहर पूरे दिन विरोध प्रदर्शन में डटे रहे बृजमोहन


राजधानी में पूर्व मंत्री व विधायक बृजमोहन अग्रवाल ने अपने निवास के बाहर ​प्रदर्शन कर अपना विरोध दर्ज कराया। वहीं पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह ने अपने घर के लान में प्रदर्शन किया। जिसमें पार्टी के संगठन मंत्री सौदान सिंह,पवन साय,पूर्व मंत्री अजय चंद्राकर और राजेश मूणत शामिल हुए।

बंगले के अंदर भाजपा के ताकतवर संगठन खेमा के प्रदर्शन के बाद कार्यकर्ताओं ने अपने अपने अंदाज में टिप्पणी की है। कार्यकर्ताओं का कहना है कि प्रदेश की भूपेश सरकार ने अपने करीब डेढ़ साल पूरे कर लिए हैं मगर भाजपा के संगठन में काबिज खेमा कांग्रेस सरकार के खिलाफ एक ऐसा प्रदर्शन नहीं कर पाई जिससे लोगों तक ये संदेश पहुंच सके की छत्तीसगढ़ में विपक्ष कमजोर नहीं है।

हताश और निराश हो रहे कार्यकर्ता

कार्यकर्ताओं का कहना है कि जिला और मंडलस्तर उनके विरोध प्रदर्शन को न केवल जनता ने समर्थन दिया बल्कि सराहना भी की, मगर राजधानी में जिस चेहरों को भाजपा की कमान सौंपी गई है वो पार्टी के हल्लाबोल प्रदर्शन में अपने घरों बाहर नहीं निकल पाए।

यही हालत रही तो पार्टी का जनाधार प्रदेश में लगातार कम होता जाएगा और कार्यकर्ता भी अब निराश होने लगे हैं। कार्यकर्ताओं का मानना है कि प्रदेश भाजपा संगठन का चुनाव जल्द कराया जाना चाहिए ताकि पार्टी सशक्त विपक्ष की भूमिका में जनता के सामने जा सके।

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