रायपुर। प्रदेश में 6 महीने बाद नवबंर 2019 में नगरीय निकाय चुनाव होने है। इसे देखते हुए चुनाव के पहले नगर के वार्डों का परिसीमन हो सकता है। ऐसी सूचना मिली है कि रायपुर नगर निगम ने परिसीमन का काम शुरू कर भी दिया है। दरअसल परिसीमन के लिए सिर्फ जून का ही समय है। इस परिसीमन इसलिए जरूरी है क्योंकि यह सभी वार्डों की आबादी को लगभग एक सामान कर देगा।

ऐसे होगा परिसीमन
उदाहरण के तौर पर शहर के एक वार्ड 37 की आबादी 8000 है। उसी वार्ड से लगे दूसरे वार्ड की आबादी 32 हजार है। ऐसे में पहले वार्ड का परिसीमन ऐसे होगा कि आबादी 15000 हो जाए। वहीं दूसरे वार्ड की आबादी 32 से घटाकर 15000 हो जाएगी। इससे सभी वार्डों की आबादी एक जैसी हो जाएगी। भविष्य में पार्षदों को कोई परेशानी नहीं होगी। वर्तमान में कुछ पार्षदों का कहना है कि उनके वार्ड बड़े हैं। जिससे उन्हें विकास कार्यों में परेशानी होती है।

नहीं बढेंगे वार्ड
यहां यह भी स्पष्ट करना जरूरी है कि वार्डों की संख्या में कोई इजाफा नहीं होगा। न ही कोई नया गांव जुड़ने जा रहा है। परिसीमन से वार्डों के विकास, जनप्रतिनिधियों और जनता के बीच दूरियां कम होंगी। जनप्रतिनिधि अपने क्षेत्र की जनता का बराबर ध्यान रख पाएंगे। मिली जानकारी के अनुसार रायपुर नगर निगम, जिला प्रशासन जल्द ही परिसीमन को लेकर बैठक करने जा रहा है। जिसमें सभी अधिकारी शामिल होंगे। हर हाल में जून तक रिपोर्ट शासन को भेजी जानी है।

परिसीमन के बाद ही तय होंगे मतदान केंद्र
नगरीय निकाय चुनाव के पहले परिसीमन जरूरी है। इसकी पूरी रिपोर्ट चुनाव आयोग को भेजी जाती है। आयोग मतदाताओं की संख्या के आधार पर मतदान केंद्र का निर्धारण करेगा। इससे आम लोगों को भी अपने नए बूथों के बारे में जानकारी मिलेगी।