रायपुर। छत्तीसगढ़ को सेहतमंद बनाने के लिए राज्य सरकार यूनिवर्सल हेल्थ स्कीम ला रही है। इस योजना की शुरुआत छत्तीसगढ़ में 15 जून से होने जा रही है। शुरुआत 5 संभाग मुख्लायों के 5 विकासखण्डों में पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर होगी। इसकी जानकारी स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की बैठक के दौरान दी।

अब अस्पतालों में नियुक्त होंगे सीईओ

बैठक में श्री सिंहदेव ने कहा अस्पतालों में प्रबंधन की जिम्मेदारी डॉक्टर नहीं बल्कि अस्पताल प्रबंधन की है। इसके लिए अस्पतालों में अब सीईओ नियुक्त किए जाएंगे। नियुक्ति की प्रकिया जल्द शुरू की जाएगी। इस व्यवस्था के बाद से डॉक्टर अपने मूल कार्य पर केन्द्रित रहेंगे। दवाई खरीदी हेतु परेशानी न हो इसके लिए वित्त विभाग से आग्रह किया गया है कि समय पर फंड उपलब्ध कराए। श्री सिंहदेव ने स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर करने के दिशा में हम काम कर रहे हैं। हमारी कोशिश की है कि हर एक व्यक्ति तक स्वास्थ्य सुविधाओं का लाभ पहुँचे। मुफ्त में सभी का इलाज हो। मंहगे इलाज से लोगों को मुक्ति मिले। इलाज के अभाव में किसी का अहित न हो इसका विशेष ध्यान रखा जा रहा है।

बेहतर स्वास्थ्य सुविधाओं पर हो रहा मंथन

श्री सिंहदेव स्वास्थ्य सेवाओं के हर पहलुओं को लेकर सवाल-जवाब कर रहे हैं। प्रदेश में आम नागरिकों और कार्यकर्ताओं से मिल रहे फीडबैक के आधार पर कुछ विशेष बिंदुओं पर जानकारी भी ली जा रही है। ऐसी कयास है कि इस बैठक में यूनिवर्सल हेल्थ स्कीम को लेकर भी नीति निर्धारित हो सकती है।

इन पहलूओं पर चर्चा

  • राज्य सरकार की महत्वाकांक्षी योजना यूनिवर्सल हेल्थ स्कीम को किस तरह लागू किया जाए
  • प्रदेश में सरकारी अस्पतालों की बदतर स्थिति
  • मेडिकल स्टाफ की कमी
  • इलाज में कोताही के लगने वाले आरोप
  • इलाज में गुणवत्ता
  • स्वास्थ्य विभाग की योजनाओं का क्रियान्वयन