रायपुर। दंतेवाड़ा की सीट से पार्टियां अपने-अपने मोहरे उतारने की पूरी तैयारी में लगी हैं। मोहरों की काबिलियत को परखा जा रहा है। आम आदमी पार्टी जहां बल्लूराम भवानी को उम्मीदवार बनाने की तैयारी कर रही है।

तो वहीं भाजपा की उम्मीदवार ओजस्वी मंडावी होंगी। जो भाजपा विधायक भीमा मंडावी की पत्नी हैं। तो वहीं कांग्रेस भी वहां से पूर्व विधायक देवती कर्मा पर दांव लगा सकती है। ऐसे में दंतेवाड़ा का सियासी दंगल इस बार देखने लायक होगा। तीनों ही पार्टियों के सामने अपनी -अपनी साख बचाने की चुनौती होगी।

क्या कहता हैं सियासी समीकरण:

भाजपा विधायक भीमा मंडावी की हत्या के बाद खाली हुई दंतेवाड़ा सीट के लिए आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार बल्लूराम भवानी हो सकते हैं।

हिरोली निक्षेप क्रमांक 13 को अडाणी को दिए जाने के विरोध में एनएमडीसी के गेट पर हुए धरने में भी इनकी मुख्य भूमिका रही है। इसके अलावा आदिवासियों के तमाम समाजों में बल्लूराम भवानी की गहरी पैठ बताई जा रही है।

भाजपा विधायक भीमा मंडावी की पत्नी ओजस्वी मंडावी को भाजपा यहां से टिकट दे सकती है। उनको यहां उनके पति की मौत होने की सिम्पैथी मिल सकती है। तो वहीं कांग्रेस बस्तर टाइगर महेंद्र कर्मा की पत्नी पूर्व विधायक देवती कर्मा को खड़ा कर सकती है।

कर्मा परिवार वहां काफी अरसे से लोगों की सेवा करता आ रहा है। ऐसे में मामला भाजपा और कांग्रेस के बीच का होने के ज्यादा आसार दिखाई दे रहे हैं। वहीं बल्लूराम भवानी पहली बार चुनाव लड़ेंगे।

आदिवासियों के आंदोलन को लीड करना और चुनाव में खड़े होना दोनों दो बातें हैं। बल्लूराम भवानी के लिए सबसे बड़ी चुनौती इसी बात की होगी कि वे अपने कितने चाहने वालों को अपना मतदाता बना सकते हैं।

तीनों ही उम्मीदवार एक दूसरे हो करारी टक्कर दे सकते हैं। उधर भाजपा सूत्रों की अगर मानें तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी दंतेवाड़ा चुनाव प्रचार के लिए जा सकते हैं। वैसे भी भाजपा का पूरा जोर इस सीट पर होगा।

 

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