रायपुर। राजधानी में बन रहे स्काईवॉक को लेकर राजनीति शुरू हो गई है। एकतरफ कांग्रेस सरकार का कहना है कि जनता ने स्काईवॉक को नकार दिया है। जिसके कारण इसे तोड़ा भी जा सकता है। वहीं पूर्व PWD मंत्री राजेश मूणत इसे बेहतर बता रहे हैं। गुरूवार को उन्होंने प्रेस कॉफ्रेंस के दौरान कहा कि सरकार प्रदेश में कुछ भी विकास का काम नहीं कर रही है। लोगों को भटकाने के लिए स्काईवॉक का मुद्दा उठा रही है।

शहर में विकास के नाम पर राजनीति

राजेश मूणत ने कहा कि लोगों की सुविधा के लिए स्काईवॉक का निर्माण कराया गया है। सड़क से ट्रैफिक को कम करने के लिए प्लान बनाया गया था। ये जनता के पैसो से बना है, किसी व्यक्ति की हठधर्मिता का पैसा नहीं है। जरूरत पड़ी तो बीजेपी सड़क तक की लड़ाई लड़ेगी। शहर को विकसित करना हमारी कार्ययोजना थी। एनएच को विकसित करना, चौड़ीकरण करना, एक्सप्रेस वे बनाना, इन विषय पर कार्य करना शुरु किया था। पीएचक्यू से रेलवे तक फ्लाईओवर, आरकेसी तक फ्लाईओवर पर विचार किया गया था।

यातायात के दबाव को देखते हुए बना प्लान

शास्त्री चौक में लोगों के आवागमन के लिए सुविधाओं की कवायद महसूस हुई। उन्होंने कहा कि एक सर्वे के मुताबिक 27 हजार लोग पैदल चलते है। यातायात के दबाव को देखते हुए ये प्लान बनाया गया। निगम के साथ सर्वे के बाद महापौर कमिश्नर, कलेक्टर सभापति और एसपी के सामने प्रेजेंटेशन कर ये योजना बनाई थी। एस्किलेटर लगाकर लोगों के लिए सुविधाजनक आवागमन के व्यवस्था के लिए नीचे की ट्रैफिक को कम करने ये प्लान लाया गया था।

जनता का ध्यान भटकाया जा रहा है

उन्होंने इसमें सुविधाओं का कैसे विस्तार हो इस पर विचार की आवश्यकता है। सकारात्मक सोच के साथ कुछ करिए, विरोध करने वाले उस दिन प्रेजेंटेशन में मौजूद थे। इसे राजनीतिक मुद्दा बना कर ध्यान भटकाया जा रहा है। बिजली गुल हो रही, लेकिन स्काई वॉक का मुद्दा उठाया जा रहा है। जो विकास के कार्य बीजेपी ने किए वो धीरे-धीरे रुक गए हैं। शहर में बिजली गुल हो रही, पानी नहीं मिल रहा है। इन मुद्दों पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि विधानसभा में जब इस योजना को रखा गया तो कांग्रेस के किसी भी व्यक्ति ने इसका विरोध नहीं किया था। सिर्फ रेणु जोगी ने कुछ सवाल किए थे।