रायपुर। पश्चिम बंगाल के कोलकाता स्थित एनआरएस मेडिकल कॉलेज अस्पताल में डॉक्टरों के साथ हुई घटना के विरोध में इंडियन मेडिकल एसोसिएशन रायपुर के आह्वान पर सोमवार 17 जून को हुये सांकेतिक विरोध प्रदर्शन का पं. जवाहरलाल नेहरू स्मृति महाविद्यालय रायपुर के चिकित्सकों ने भी समर्थन किया। सभी डॉक्टरों ने इस बात पर सहमति जताई कि डॉक्टरों के साथ हिंसा तथा दुर्व्यवहार की घटनायें लगातार बढ़ रही हैं। जिस पर समय रहते रोक लगाना जरूरी है।

सोमवार 17 जून को संत कबीरदास की जयंती के उपलक्ष्य में शासकीय अवकाश होने के बाद भी अम्बेडकर अस्पताल रायपुर में इमर्जेंसी व केजुअल्टी सर्विस (आपात कालीन चिकित्सा सेवायें) यथावत् जारी रहीं। इस दौरान मरीजों के उपचार की समुचित व्यवस्था के प्रबंधन हेतु अधिष्ठाता डॉ. श्रीमती आभा सिंह के साथ डॉ. मानिक चटर्जी, प्रभारी अधीक्षक डॉ. एस. बी. एस. नेताम तथा नर्सिंग सुप्रीटेंडेंट द्वारा चिकित्सालय के समस्त वार्डों के साथ ही गहन चिकित्सा इकाई – आईसीयू, एमआईसीयू, पीआईसीयू का निरीक्षण किया गया।

अंबेडकर अस्पताल के निरीक्षण के दौरान उन्होंने वार्ड में मरीजों का उपचार कर रहे सीनियर डॉक्टरों को उपचार व्यवस्था को बेहतर बनाये रखने के निर्देश दिये। साथ ही नर्सिंग स्टॉफ को मरीजों के बेहतर देखभाल तथा दवाईयों व इंजेक्शन की सतत् आपूर्ति बनाये रखने के निर्देश दिये। इसी क्रम में समस्त विभागों में डॉक्टरों ने ड्यूटी पर तैनात रहकर उपचार व्यवस्था की जिम्मेदारी संभाली।

सोमवार शाम तक चिकित्सालय के विभिन्न विभागों में लगभग 900 से भी अधिक मरीज भर्ती रहे जिनका निरंतर उपचार जारी रहा। इमर्जेंसी विभाग में शाम 6 बजे तक 173 नये मरीज रजिस्टर्ड हुये जिनका इलाज जारी है। इसी तरह रेडियोडाग्नोसिस विभाग में इमर्जेंसी सोनोग्राफी – 35, इमर्जेंसी सीटी स्केन – 7 तथा इमर्जेंसी एक्स रे – 55 हुये। महिला एवं प्रसूति विभाग में 4 ऑपरेशन भी हुए।