रायपुर। बिजली कटौती से संबंधित वीडियो वायरल कर राजद्रोह की धारा लगने के बाद चर्चा में आए मांगीलाल अग्रवाल ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को पत्र लिखा है। उन्होंने पत्र में आरोप लगाए हैं कि भाजपा के नेता उनके यहां पहुंच रहें हैं। नेताओं द्वारा अब जबरदस्ती मानहानि का दावा करने का दबाव बनाया जा रहा है। उन्होंने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को पत्र लिखा है।

क्या लिखा है पत्र में

आदरणीय

भूपेश बघेल जी, मुख्यमंत्री महोदय,

छत्तीसगढ़ शासन, रायपुर

दिनांक 8 जून को मेरे द्वारा एक वीडियो वायल किया गया था, जिसमें 13 जून को पुलिस द्वारा धारा 124 ए राजद्रोह के प्रकरण और धारा 505 की धारा लगाई गई थी। जिस पर आपने संज्ञान लेते हुए तुरंत देशद्रोह की धारा को हटाने के लिए तुरंत संबंधित अधिकारियों को आदेशित कर धारा को हटाकर मुझे जेल जाने से बचा लिए। इसके लिए मैं और मेरा परिवार आपका हृदय से बहुत आभारी हैं। मैंने अपने जीवन में ऐसा मुख्यमंत्री नहीं देखा जो एक मुझ जैसे साधारण व्यक्ति की पीड़ा को समझकर तुरंत संज्ञान लेते हुए इतना बड़ा कदम उठाए। इस घटना के बाद जमानत होने के बाद जिला से भाजपा के कुछ लोग मेरे पास आ रहे हैं कि आप सरकार और बिजली विभाग पर मानहानि का मुकदमा दायर करें। लेकिन मेरी ऐसी कोई मानसिकता नहीं है। पिछले दो दिनों से मैं जमानत पर छूटकर आने के बाद कुछ लोग अपनी राजनैतिक रोटी सेकने के लिए बार-बार मेरे घर आ रहे हैं। मैं ऐसे लोगों से हाथ जोड़कर विनती करता हूं कि मेरा प्रकरण स्वयं मुख्यमंत्री देख रहे हैं। मैं उन पर पूरा विश्वास रखता हूं। और उनका बहुत आभारी हूं। इस प्रकरण में चार दिनों से जिला कांगेस कमेटी के अध्यक्ष नवाज खान, शहर कांग्रेस कमेटी के महासचिव जलालुद्दीन जिरबान मेरे संपर्क में थे। उन्होंने इस प्रकरण में प्रत्यक्ष रूप से पूरा सहयोग किया और मेरी पत्नी से मुख्यमंत्री से संपर्क कराया। टेलीफोन से बात कराकर इस प्रकरण में पूरा सहयोग दिए। इसके लिए परिवार आपसे मिलकर आभार जताना चाहता है, कृपया आप हमें समय प्रदान करने की कृपा करें।

मांगीलाल अग्रवाल, मुसरा

 

क्या था मामला

वीडियो वायरल होने के बाद बिजली कंपनी के अधिकारियों ने मांगीलाल के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी। पुलिस ने मांगीलाल के खिलाफ राजद्रोह की धारा 124 ए और सरकार के खिलाफ दुष्प्रचार की धारा 505/1/2 के तहत अपराध पंजीबद्ध कर गिरफ्तार किया था। राजद्रोह का अपराध पंजीबद्ध होने की खबर मीडिया में आने के बाद सीएम भूपेश ने मामले में संज्ञान लेते हुए डीजीपी डीएम अवस्थी को फोन कर राजद्रोह की धारा लगाने पर नाराजगी जाहिर की और धारा को हटाने का निर्देश दिया था। सीएम की नाराजगी के बाद पुलिस ने मांगीलाल के ऊपर से राजद्रोह की धारा 124 ए हटा दी गई थी।