रायपुर। सरकार के लगातार तबादलों से एक ओर जहां प्रदेश की अफसरशाही असमंजस में है, तो वहीं किसान भी टेंशन में दिखाई दे रहे हैं। शनिवार को ही सरकार के सामान्य प्रशासन विभाग ने कुल 19 आईएएस अफसरों का तबादला कर दिया। कृषि विभाग के संचालक भीम सिंह को अभी कृषि विभाग का जिम्मा संभाले 4 महीने भी नहीं हुए थे, उनको भी स्थानंतरित कर दिया गया। जब कि वे अच्छा कार्य कर रहे थे। तो उनकी जिम्मेदारी टामन सिंह सोनवानी को थमा दी गई। जनमेजय महोबे को बीज निगम से स्थानांतरित कर उनकी जगह पर नरेंद्र दुग्गा को एमडी बनाया गया। तो वहीं मुकेश बंसल को स्टडी लीव से लौटने के बाद विशेष सचिव उद्यानिकी एवं कृषि के साथ-साथ विशेष सचिव ग्रामोद्योग का चार्ज दिया गया है। आला अधिकारियों की उथल-पुथल से छोटे अधिकारी भी सहमे हुए हैं। कुल मिलाकर तमाम विभागों में अनिश्चितता की स्थिति बनी हुई है। अगला नंबर किसका आता है, या फिर मैं यहां कब तक रहूंगा कह नहीं सकता, वाली स्थिति निर्मित हो गई है। आलम ये है कि विभाग को समझने में ही अधिकारियों को तीन से चार महीने लग जाएंगे। ऐसे में किसानों को काफी नुकसान होगा। इस ब्युरोक्रेसी के प्रयोग से किसानों को खरीफ की फसल का नुकसान हो सकता है।

कमलनाथ सरकार से सीखे छत्तीसगढ़ सरकार: डॉ संकेत सिंह ठाकुर
कृषि वैज्ञानिक डॉ. संकेत सिहं ठाकुर ने कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार को चाहिए कि वो मध्य प्रदेश की कमलनाथ सरकार से सीख ले। वहां किसानों को खाद और बीज कब के बंट चुके हैं। जब कि छत्तीसगढ़ में अभी तक बीजों को लेकर टेंडर तक नहीं हुआ है। ये तो अच्छा है कि बारिश शुरू नहीं हुई नहीं तो खाद, बीज के लिए हाय तौबा मच जाती। तो वहीं सरकार बड़ी सफाई से इसका ठीकरा अफसरशाही के सिर पर फोड़ने की तैयारी कर चुकी है। कहां तो सरकार किसानों को हाईब्रीड बीज देने वाली थी, अभी तक उसका आदेश भी जारी नहीं हुआ। ऐसे में सवाल तो यही उठता है कि किसानों को हाईब्रीड तो दूर उन्नतशील बीज ही मिल जाएं तो बहुत है।

समस्या पर है हमारे कार्यकर्ताओं की नजर: पूनम चंद्राकर
भाजपा किसान मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष पूनम चंद्राकर ने कहा कि हमारे कार्यकर्ताओं की नजर इस समस्या पर लगी हुई है। कहां किसानों को बीज की समस्या हो रही है, तो कहां खाद की। किस सोसाइटी का कौन सा अधिकारी किसानों को परेशान कर रहा है? इन सारी चीजों पर भाजपा के कार्यकर्ताओं की पैनी निगाह है। इसके लिए हमारी रणनीति भी बन चुकी है। तो वहीं गांवों के जमीनी कार्यकर्ताओं की ही रिपोर्ट पर हम आने वाले विधानसभा के सत्र में इसका मुद्दा पूरे जोरशोर से उठाएंगे। किसानों के साथ किसी भी तरह का अन्याय नहीं होने दिया जाएगा। हम एक-एक किसान के लिए प्रदेश सरकार से लड़ाई लड़ने को पूरी तरह तैयार हैं।

सोसाइटियों में खाद-बीज का पर्याप्त भंडारण: चंद्रशेखर शुक्ला

किसान कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष चंद्रशेखर शुक्ला ने अफसरशाही के तबादले को सही बताते हुए कहा कि ये सरकार की नीति का हिस्सा है। तो वहीं उन्होंने कहा कि प्रदेश की 1333 सोसाइटियों में खाद और बीज का पर्याप्त भंडारण हो चुका है। टेंडर प्रक्रिया प्रोसेस में है। किसानों को किसी भी प्रकार की कोई समस्या नहीं होगी। कुछ पुराने जमे हुए अधिकारी लोगों को गलत जानकारी दे रहे हैं, हमारी निगाह उनके ऊपर है। प्रदेश के किसानों को चिंता करने की कोई बात नहीं है।

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