रायपुर।
नारायणपुर के रैबीज पीड़ित छात्र हेमंत अलाम(Raibese petient Hemant Alami) को लाने के लिए सुबह 6 बजे से ही एक टीम मय एम्बुलेंस(medical team with Ambulance) काकावाड़ा रवाना हो गई है। इस मामले को टीआरपी ने सबसे पहले उठाया था। हमारी खबर का असर हुआ कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल (CM. Bhupesh Baghel)ने इस मामले में सक्रियता दिखाई। उनके निर्देश के बाद प्रशासन हरकत में आया, और छात्र को लाने के लिए एंबुलेंस और औषधियों के साथ एक दल अलसुबह 6 बजे रवाना किया गया। दोपहर बाद 1 बजे उसका मुख्यालय से संपर्क भी टूट गया है। ये जानकारी सीएमओएच आनंदराम गोटा ने दी। उन्होंने बताया कि जिला मुख्यालय से 65 किलोमीटर की दूरी पर ओरछा विकासखंड है और वहां से काकावाड़ा की दूरी 35 किलोमीटर है। बारिश हो रही है इसलिए अभियान की रफ्तार धीमी है। prativedan–1
35 किलोमीटर रास्ता दुर्गम : सीएमओएच
सीएमओएच आनंदराम की अगर मानें तो 35 किलोमीटर का रास्ता दुर्गम है। जहां न तो कोई नेटवर्क काम करता है और न ही उधर जाने आने का कोई साधन मिलता है। दुर्गम इलाका होने के साथ ही साथ नक्सलवाद से भी प्रभावित है। ऐसे में तमाम तरह की सावधानियां भी रखनी पड़ेंगी। इसी लिए वहां भेजे गए लोगों को सिविल ड्रेस में भेजा गया है। इन लोगों के साथ रैबीज का वैक्सीन भी भेज दिया गया है। इसके अलावा कुछ जरूरी दवाएं भी हैं। बच्चे की अवस्था के हिसाब से वे उसको रास्ते में ही ट्रीटमेंट देना शुरूकर देंगे।
शाम तक मिल सकेगी पक्की खबर:
सीएमओएच ने बताया कि शाम तक टीम वापस लौटेगी और उसी वक्त पता चल पाएगा कि क्या हुआ? इससे पहले कुछ भी कहना जल्दबाजी होगी।
स्वास्थ्य सचिव ने कलेक्टर को दिए निर्देश:
प्रदेश के स्वास्थ्य सचिव ने कलेक्टर को पत्र देकर निर्देशित किया है। वहीं मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने घोषणा की है कि बच्चे का इलाज सरकारी खर्च पर कराया जाएगा। ऐसे में उस बच्चे को रायपुर लाना निहायत जरूरी हो गया है। उम्मीद है कि टीम अपने मकसद में कामयाब होगी और हेमंत जल्दी ही रायपुर लाया जाएगा।