असम । राज्य के नौगांव में रविवार को एक विशालकाय किंग कोबरा (King Cobra) मिला, इसकी लंबाई 14 फुट थी। इसे चाय के बागान से निकालकर सुवंग रिजर्व फॉरेस्ट(Suvang Reserv forest) में छोड़ दिया गया। जब इसको पकड़ने की कोशिश की जा रही थी तो कई बार इसने लपकर डंसने की कोशिश की और आसानी से काबू में नहीं आ रहा था। कोबरा अन्य सांपों की तुलना में बहुत गुस्सैल और जिद्दी होता है। ये एक बार काटने पर 10 मिलीलीटर तक जहर(poison) इंजेक्ट करता है। इतने में एक हाथी या फिर दस इंसानों की आसानी से मौत हो सकती है। इसकी खासियत यह है कि दुश्मन से हमेशा नजर मिलाने की कोशिश करता है और डराने की कोशिश करता है । इसके अलावा ये हमला करने से भी नहीं चूकता है। दक्षिण भारत के जंगलों में यह सांप बहुतायत में पाया जाता है।
कैसे पता चला किंग कोबरा का:
रविवार को सुबह नौगांव के एक चाय बागान में लोग काम कर रहे थे। अचानक एक झाड़ी से उन लोगों को एक भयानक आवाज सुनाई दी। कुछ लोग जैसे ही आगे बढ़ तो एक बड़ा सा नाग फन ताने खड़ा हो गया। कुछ लोगों ने प्रबंधन को बताया कि वहां किंग कोबरा है। इसके बाद प्रबंधन ने स्रेक कैचर को फोन कर इसकी जानकारी दी। थोड़ी ही देर में स्रेक कैचर की टीम वहां आ गई और उसने नाग को अपने कब्जे में ले लिया।
पकड़ने के दौरान की हमले की कोशिश:
जब स्रेक कैचर उसे पकड़ने की कोशिश में लगा हुआ था गुस्से से किंग कोबरा पागल हुआ जा रहा था। वह जोर-जोर से फुफकार रहा था। इसके अलावा उसने स्रेक कैचर पर एक-एक कर कई हमले किए। तब कहीं जाकर उस पर काबू कर सका। इसके बाद उसे एक चौदह फुट लंबे बैग में भरकर सुवंग रिजर्व फारेस्ट ले जाया गया जहां उसको छोड़ दिया गया। छोड़ते वक्त भी किंग कोबरा ने हमले की कोशिश की मगर कामयाब नहीं हुआ और तेजी से जंगलों में ओझल हो गया।

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