धमतरी। खाद्य विभाग ( Food Department Raid ) की टीम ने राइस मिल में दबिश देकर करोड़ों की कीमत के धान व चावल की खेप पकड़ी है। मिली जानकारी के अनुसार यह धान धमतरी जिले ( Dhamtari District ) के मगरलोड ब्लॉक स्थित राइस मिल में रखा गया था। यही नहीं इसका संचालन बगैर पंजीयन के जारी था। धमतरी कलेक्टर रजत बंसल द्वारा क्षमता के अनुरुप मीलिंग के लिए धान का उठाव होने के मामले पर जांच के आदेश दिए थे।

खाद्य विभाग के अधिकारियों की टीम ने मगरलोड के ग्राम पंचायत अमलीडीह में स्थित डीएमएच एग्रोटेक राइस मिल में दबिश दी। जांच के दौरान जानकारी मिली कि यह राइस मिल बगैर पंजीयन के संचालित था। जांच में खाद्य विभाग ने मिल से 5200 क्विंटल धान और 850 क्विंटल उसना चावल जब्त किया है। जिसकी कीमत 1 करोड़ 13 लाख 90 हजार रुपये बताई जा रही है। राइस मिल उर्मिला शर्मा नाम के शख्स की बताई जा रही है।

क्या हैं नियम

सरकार के नियम के मुताबिक किसी भी राइस मिल को सबसे पहले पंजीयन कराना जरूरी है। उसके बाद मिल द्वारा साल भर किये गए मिलिंग में कम से कम 50 फीसदी सरकारी मिलिंग का काम होना जरूरी है। लेकिन डीएमएच ने पंजीयन नहीं कराया जाहिर तौर पर उसे कस्टम मिलिंग का काम भी नही मिला। ऊपर से मिल के द्वारा खुले बाजार और मंडी से धान खरीद कर बड़े पैमाने पर मिलिंग का काम किया जा रहा था। अचानक हुई कार्रवाई से जिले के राइसमिलरों में खलबली मच गई है।

यह हो सकती है कार्रवाई

अब मामले को कलेक्टर कोर्ट में पेश किया जाएगा। कलेक्टर कोर्ट में मामले की सुनवाई में अगर आरोपी राइस मिलर्स द्वारा रखा गया पक्ष तर्क संगत नहीं पाया गया तो उसके खिलाफ बड़ी कार्रवाई की जा सकती है। जानकारी के मुताबिक जुर्माना से लेकर राजसात तक की कार्रवाई हो सकती है।

 

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