रायपुर। महासमुंद के प्रभारी मंत्री कवासी लखमा(Minister of Industry Kawasi Lakhama) नरवा, गरवा, घुरवा बाड़ी का निरीक्षण करने पहुंचे। मंत्री कवासी लखमा(Minister of Industry Kawasi Lakhama) ने निरीक्षण के बाद वहां मौजूद भीड़ को संबोधित करते समय बस्तर का बखान करना शुरु कर दिया। तो वहीं भीड़ में मौजूद लोगों ने चुटकी ली, कि प्रभार महासमुंद का और बखान बस्तर का? अब आखिर मंत्री हैं कोई क्या कह सकता है? ग्रामीण चुपचाप मंत्री लखमा(Minister of Industry Kawasi Lakhama) का भाषण सुनते रहे। अपने संबोधन में आबकारी और उद्योग मंत्री कवासी लखमा ने कहा कि हमने महासमुंद के गौठान देखे, मगर इससे भी बड़े गौठान तो बस्तर में बने हैं। अब भला किसकी हिम्मत है जो मंत्री लखमा को ये बताए कि आप बस्तर से जरूर हैं मगर प्रभार आपको महासमुंद का दिया गया है।
मंत्रियों के लिए सोफा, कारपेट-कुर्सी -टेंट कुछ भी न लगाएं: लखमा
आबकारी मंत्री कवासी लखमा(Minister of Industry Kawasi Lakhama) यहीं नहीं रुके। उन्होंने वहां मौजूद लोगों से कहा कि कांग्रेस के मंत्रियों के अब कार्यक्रमों में आने पर कारपेट-सोफा, कुर्सी और टेंट लगवाने की कोई जरूरत नहीं। अब सवाल तो ये भी उठता है कि ऐसे में मंत्रियों के आने पर उनको कहां बैठाया जाए? इस पर उद्योग मंत्री कुछ भी नहीं बोले। देखने वाली बात ये होगी कि महासमुंद के लोग अपने प्रभारी मंत्री की बातों को कितना अमल में लाते हैं?