रायपुर। स्मार्ट कार्ड ( Smart Card ) से उपचार कराने हेतु अनुबंधित निजी अस्पतालों में योजना के तहत इलाज न करने या पैकेज से ज्यादा राशि मांगने की शिकायत पर कार्रवाई की जाएगी। साथ ही अस्पताल को स्मार्ट कार्ड योजना  ( smart card scheme ) से बाहर कर दिया  जाएगा। साथ ही अस्पताल में किए गए पूर्व उपचार संबंधित गड़बड़ियों की जांच भी की जाएगी।

58 लाख परिवारों के पास है स्मार्ट कार्ड

आपको बता दें कि छत्तीसगढ़ ( Chhattisgarh ) प्रदेश में में करीब 58 लाख बीपीएल, एपीएल परिवारों के निःशुल्क उपचार हेतु स्मार्ट कार्ड बनाए गए हैं। बीपीएल परिवारों को आयुष्मान योजना ( ayushman bharat scheme ) और एपीएल परिवारों का मुख्यमंत्री स्वास्थ्य बीमा योजना ( mukhyamantri swasthya bima yojana ) के तहत इलाज की सुविधा दी जा रही है। मगर सरकार की इस सुविधा का लाभ मरीजों को निजी अस्पतालों में सही ढंग से नहीं मिल पा रहा है। उन्हें वहां पैकेज कम बताकर अतिरिक्त राशि की मांग की जा रही है। जिसके कारण मरीज व उनके परिजन परेशान हैं। मीडिया में इसकी शिकायत लगातार सामने आ रही है, पर सरकार की ओर से कोई कार्रवाई नहीं हो रही है।

महंगाई के हिसाब से स्मार्ट कार्ड में इलाज पैकेज बेहद कम

आईएमए अस्पताल बोर्ड के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. राकेश गुप्ता का कहना है कि महंगाई के हिसाब से स्मार्ट कार्ड में इलाज पैकेज बहुत कम है। इसकी शिकायत पूर्व रमन सरकार से कई बार की गई। अंत तक सुधार न करने पर कई अस्पतालों ने सितंबर-2018 के बाद स्मार्ट कार्ड से इलाज बंद कर दिया। उनका कहना है कि आईएमए की तरफ से सरकार को एक ट्रस्ट बनाकर बीपीएल मरीजों का इलाज कराने सुझाव दिया गया था। मगर सरकार ने उनकी बात नहीं सुनीं। सभी के निःशुल्क उपचार के लिए एक ही पैकेज तय है और कम पैकेज में इलाज संभव नहीं है।

शिकायतें आने पर हुई कार्रवाईः स्वास्थ्य विभाग

वहीं स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों का कहना है कि निजी अस्पतालों में स्मार्ट कार्ड ( Smart Card ) से इलाज न करने या पैकेज से ज्यादा पैसे मांगने की शिकायत आती रही है। शिकायतों पर कार्रवाई भी हुई है। अभी भी किसी निजी अस्पताल से स्मार्ट कार्ड से इलाज को लेकर कोई शिकायत आएगी, तो कार्रवाई होगी। उन अस्पतालों को स्मार्ट कार्ड योजना से बाहर करते हुए शिकायतों के हिसाब से कड़ी कार्रवाई की जाएगी। उल्लेखनीय है कि गरीबों को आयुष्मान योजना से 5 लाख व एमएसबीवाय से 50 हजार रुपये तक मुफ्त इलाज की सुविधा है।

 

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