रायपुर। किसानों की कर्जमाफी (Farmers’debt waiver) के मुद्दे पर लगातार हंगामें के बाद विधानसभा की कार्रवाई(Assembly proceedings) गुरुवार तक के लिए स्थगित कर दी गई। दरअसल मानसून सत्र के तीसरे दिन शून्यकाल में किसानों की कर्जमाफी (Farmers’debt waiver)का मामला उठा। जहां भाजपा ने स्थगन प्रस्ताव पर चर्चा कराने की मांग की। जिसके बाद पक्ष- विपक्ष के विधायकों के बीच खूब हंगामा व नारेबाजी हुई और सदन की कार्यवाही(Assembly proceedings) 10 मिनट के लिए स्थगित। वही पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह ने कहा कि व्यावसायिक बैंकों के कर्ज माफ नहीं हुआ है इससे किसान काफी परेशान है इसलिए सभी कार्य रोककर इस पर चर्चा की जाएं। सदन में मौजूद भाजपा विधायक अजय चंद्राकर ने कहा कि कांग्रेस ने जनघोषणा के अनुरूप न किसानों का कर्ज माफ किया और न ही बिजली बिल हाफ किया। इस पर सदन में मौजूद कांग्रेस विधायकों ने कहा कि भाजपा के 15 साल के कार्यकाल में घोषणा पत्र के वादे पूरे नहीं किये। जिसके कारण प्रदेश की यह हालत है। दूसरी ओर नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने कहा कि प्रदेश के 15 जिलों में सूखे के आसार हैं, किसानों को सिंचाई के लिए बिजली नहीं मिल रही, पानी भी नहीं मिल रहा है मानसून सत्र किसानों के लिए ही होता है, इसलिए इस स्थगन पर चर्चा होनी चाहिए। जिस पर पक्ष- विपक्ष के विधायकों के बीच खूब हंगामा व नारेबाजी हुई और सदन की कार्यवाही 10 मिनट के लिए स्थगित कर दी गई।
महात्मागांधी की मूर्ति के पास दिया धरना:
बहिर्गमन के बाद भाजपा विधायकों ने महात्मा गांधी की प्रतिमा के पास जाकर धरना भी दिया। इस दौरान भी जमकर नारेबाजी हुई।
निलंबित हुए विपक्षी विधायक:
इसके बाद जैसे ही कार्रवाई शुरू हुई विपक्ष ने फिर से नारेबाजी शुरू कर दी। इसके साथ ही साथ छजकांजे,बसपा और भाजपा के विधायक नारेबाजी करते हुए गर्भगृह में प्रवेश कर गए। इससे वे स्वयमेव ही निलंबित हो गए।

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