बिलासपुर। नागरिक आपूर्ति निगम घोटाला या नान घोटाला (Civil supply corporation scam) के प्रमुख आरोपी शिवशंकर भट्ट (Shivshankar Bhatt) को आखिरकार 4 साल के लंबे अंतराल के बाद छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट (Chhattisgarh High Court) से जमानत मिल गई। भट्ट को एसीबी (ACB) ने फरवरी 2015 में भ्रष्टाचार के मामले में छापा मारकर गिरफ्तार किया था। गिरफ्तारी के दौरान भट्ट के पास करोड़ो रुपए व जमीन से संबंधित दस्तावेज बरामद हुए थे।

जिस दौरान नान घोटाला के तहत छापेमार कार्रवाई की गई थी उस दौरान आरोपी शिवशंकर भट्ट (Shivshankar Bhatt) रायपुर स्थित ऑफिस में प्रबंधक पद पर पदस्थ थे। इस मामले में एसीबी ने 27 लोगों को आरोपी बनाया था। जांच के बाद पुलिस ने इस मामले में 16 अधिकारियों-कर्मचारियों के खिलाफ चार्जशीट प्रस्तुत की थी।
एंटी करप्शन ब्यूरो और आर्थिक अपराध ब्यूरो ने नान (NAN Scam) के माध्यम से सार्वजनिक वितरण प्रणाली (Public distribution system) में एक रुपये किलो बंटने वाले चावल में करोड़ों के घोटाले पर से पर्दा उठाया था। 12 फरवरी 2015 को नागरिक आपूर्ति निगम (Civil supply corporation) के मुख्यालय सहित 28 ठिकानों पर कार्रवाई के दौरान अधिकारियों-कर्मचारियों के पास से तीन करोड़ 64 लाख रुपए से ज्यादा की राशि बरामद की थी। नान मुख्यालय में प्रबंधक शिवशंकर भट्ट के कार्यालय से एक करोड़ 76 लाख रुपए नगद राशि भी बरामद की गई थी।