रायपुर। जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए (Remove Article 370 from Jammu and Kashmir)जाने की पूरे देश में चर्चा है। तो इस धारा को हटाने के पीछे भी छत्तीसगढ़ के एक आइएएस अधिकारी (IAS officer)का विशेष योगदान रहा। वो अधिकारी हैं बीवीआर सुब्रमण्यम(BVR Subramaniam)। वे छत्तीसगढ़ कैडर के 1987 बैच के आईएएस अफसर हैं और इस वक्त जम्मू-कश्मीर के मुख्य सचिव(Chief Secretary of Jammu and Kashmir) हैं। जानकार बताते हैं कि इनकी NSA अजीत डोभाल (Ajit Doval)से अच्छी बनती है। उन्हीं की सिफारिश पर इनको छत्तीसगढ़ से जम्मू-कश्मीर का मुख्य सचिव बनाया गया था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी(Prime minister Narendra Modi) और गृहमंत्री अमित शाह (Home minister Amit Shah) देश के जिन आइएएस अधिकारियों पर भरोसा करते हैं उनमें बीवीआर सुब्रमण्यम का नाम प्रमुखता से लिया जाता है।

छत्तीसगढ़ में गृह विभाग की जिम्मेदारी:
बीवीआर सुब्रमण्यम छत्तीसगढ़ में गृह विभाग की जिम्मेदारी संभाल चुके हैं। तो वहीं इन्होंने बस्तर में नक्सलवाद पर नकेल कसने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। वे हमेशा प्रशासनिक दायरे में रहकर काम करने के लिए जाने जाते हैं। ऐसा नहीं है कि इनको सिर्फ एनडीए सरकार का विश्वासपात्र माना जाता है। यूपीए सरकार भी इनके ऊपर आंख बंद करके भरोसा करती है।
विश्व बैंक के भी रहे सलाहकार:
आइएएस अफसर सुब्रमण्यम वर्ष 2008 से 2011 तक विश्व बैंक के सलाहकार के पद पर भी कार्य कर चुके हैं। तो वहीं ये मीडिया से तालमेल बनाने में भी माहिर माने जाते हैं। देश के तमाम बड़े पत्रकारों से भी इनके अच्छे त-आल्लुक हैं।
कब से चल रही थी तैयारी:
जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370(Article 370) को एक दिन में नहीं हटाया गया। इसके लिए तकरीबन साल भर से सरकार लगातार कोशिशों में लगी हुई थी। इसमें आइएएस अफसर सुब्रमण्यम की भूमिका भी काफी सराहनीय रही। जब सारा टास्क पूरा हो गया तब इसके बाद यहां फोर्स बढ़ाने का काम शुरू किया गया। इसके बाद फिर जो हुआ उसका परिणाम आज पूरा देश देख रहा है।

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