रायपुर। किन्नर समुदाय (Third gender community) ने संतोषी नगर चौक से आज दोपहर 12 बजे एक कलश यात्रा (Kalash Yatra) निकाली। इसमें 108 कलश लेकर लोग बड़े शान से निकले। आयोजन में बड़ी तादाद में तृतीय वर्ग(Third gender community) के लोग शामिल हुए। इन लोगों ने ढोल-नगाड़ों की धुन पर (To the beat of drums) जमकर नृत्य किया। यह जानकारी कार्यक्रम की संयोजक यास्मिन जान ने दी। उन्होंने बताया कि प्रदेश की सुख शांति के लिए(For the peace and happiness of the state) ये यात्रा निकाली गई। इसमें छत्तीसगढ़ और अन्य राज्यों से आए हुए किन्नर समुदाय के लोग शामिल हुए। कार्यक्रम की मुख्य आयोजक शैली राय ने बताया कि समुदाय को मुख्यधारा से जुड़ने के लिए सामाजिक कार्यों में आगे आना पड़ेगा। इससे समाज में एक सकारात्मक संदेश जाएगा। यह कलश यात्रा संतोषी नगर से सिध्दार्थ चौक होते हुए टिकरापारा में नरहरेश्वर महादेव मंदिर के पास नरइया तालाब तक गई।

समाज की मुख्यधारा से जुड़ने की कोशिश:
किन्नर समाज के लोगों ने साफ-साफ कहा कि वे अब आगे से समाजिक कार्यों में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेंगे। इस मौके पर रायपुर के अलावा बाहर से आए किन्नर समाज के कलाकारों ने जमकर अपनी-अपनी कला का प्रदर्शन किया। तो वहीं दूसरी ओर रायपुर के लोग उनको सहयोग करते दिखाई दिए। इस कलश यात्रा ( Kalash Yatra)में बड़ी तादाद में महिलाएं भी शामिल थीं। इन लोगों ने साम्प्रदायिक सौहार्द का एक अनुपम उदाहरण पेश किया। इसकी आज पूरे शहर में चर्चा रही।

108 कलश लेकर निकली महिलाएं:
इस कलश यात्रा की खासियत थी कि इसमें महिलाएं 108 कलश(108 Kalash) लेकर निकलीं। इसके बाद नरैया तालाब में इसका विसर्जन किया गया। इसमें तृतीय समाज के लोगों ने जमकर हिस्सा लिया।

आयोजन में ये लोग रहे शामिल:
इस आयोजन में प्रमुख रूप से पंचम गुरू, काजल, यास्मीन,
बेबी, अंजली, तनुश्री, विद्या राजपूत, रवीना, दीपिका  और बिंदिया आदि कार्यकर्ता मौजूद थे।

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