बिलासपुर। दिवंगत बीजेपी विधायक भीमा मंडावी (Bhima Mandavi) की हत्या मामले में हो रही NIA जांच को चुनौती दी गई है। इस हमले में शहीद आरक्षक के भाई झुमर क्वामी ने हाईकोर्ट में याचिका दाखिल की है। मामले में कहा गया है कि विधायक भीमा मंडावी हत्याकांड (MLA Bhima Mandavi murder case) की छत्तीसगढ़ पुलिस जांच कर रही थी। जांच लगभग पूरी हो गई है। ऐसी स्थिति में NIA द्वारा जांच करना संविधान के विपरित है।

याचिकाकर्ता की तरफ से पक्ष रखते हुए राज्यसभा सदस्य व वरिष्ठ अधिवक्ता विवेक तन्खा ने कहा कि एनआईए द्वारा मामले की जांच करना संघीय ढ़ांचे के खिलाफ है। उन्होंने संविधान निर्माता डॉ. बीआर आंबेडकर के भाषण का उल्लेख करते हुए कहा कि जहां भी विवेचना शब्द आएगा जांच राज्य की पुलिस करेगी। अब हाईकोर्ट ने NIA, केंद्र सरकार व राज्य शासन को नोटिस जारी कर चार सप्ताह में जवाब मांगा है।
अगली सुनवाई 24 सितंबर को होगी। बता दें कि बीते 9 अप्रैल को दंतेवाड़ा (Dantewada) में नक्सलियों ने भीमा मंडावी के काफिले पर हमला किया था, जिसमें उनकी मौत हो गई थी। इस नक्सली हमले में भीमा मंडावी (Bhima Mandavi) के साथ ही चार जवान भी शहीद हो गए थे।
भाजपा विधायक भीमा मंडावी की हत्या (BJP MLA Bhima Mandavi murder case) के NIA जांच को बिलासपुर हाइकोर्ट में चुनौती दी गई है, जिसपर सुनवाई करते हुए बिलासपुर हाइकोर्ट (Bilaspur High Court) ने अगली सुनवाई की तारीख 24 सितंबर तय की है। वहीं इस मामले में राज्य पुलिस को जांच से रोकने के लिए NIA ने भी हाइकोर्ट में याचिका लगाई है, जिसपर सुनवाई 19 अगस्त को होगी।