नई दिल्ली। देश के तीन शहरों साउथ दिल्ली, भोपाल और त्रिवेंद्रम में आज आईएसआईएस के आतंकवादी राजधानी जैसी ट्रेनों में  आईईडी(IED) विस्फोट कर देश को दहलाने की साजिश रच रहे थे, जिसको नाम दिया गया था आपरेशन ‘‘ग्रीन बर्ड’’(operation green bird)। समय रहते खुफिया एजेंसियों (Intelligence agencies)और सुरक्षाबलों(Security forces) ने उनकी इस ग्रीन बर्ड ( green bird) की न सिर्फ़ गर्दन मरोड़ दी, बल्कि अपने देश को होने वाले भीषण नरसंहार से बचा लिया।

इस नरसंहार को अंजाम देने के लिए आतंकवादी संगठन आईएसआईएस (ISIS) के आकाओं ने हिंदुस्तान के मुखालिफ आपरेशन ‘‘ग्रीन बर्ड.’’( green bird) लांच किया था। स्वतंत्रता दिवस से पहले मंगलवार को वे भारत के 3 शहरों, दिल्ली, भोपाल और त्रिवेंद्रम में राजधानी जैसी ट्रेनों के B-1 कंपार्टमेंट में आईईडी(IED)  विस्फोट करने की योजना बना रहे थे। उनकी योजना को खुफिया विभाग के अफसरों ने डि-कोड कर दिया। इससे उनके मंसूबों पर पानी फिर गया।

पाकिस्तान में बैठकर भारत के मुखालिफ साजिश रचने वाले आईएसआईएस आतंकी संगठन के आकाओं ने ‘‘ग्रीन बर्ड.’’( green bird) का कोड बनाया था। इसमें जो खास बात खुफिया विभाग के अफसरों ने मार्क की वो ये थी कि बर्ड की स्पेलिंग में आई की जगह वन लिखा हुआ था।
कहां मिला ये पेज:
सबसे पहले आइए साजिश के टेलीग्राम मैसेज (Telegram message) के चंद पन्नों के बारे में आपको बता देते हैं। आतंकवादियों की हर हरकत पर निगाह रखने और उनका पीछा करनेवाली देश की सुरक्षा एजेंसियों की निगाह अचानक इसी साल 29 अप्रैल को आईएसआईएस के एक ऐसे टेलीग्राम ग्रुप पर पड़ी, जिसे इस आतंकवादी संगठन ने बड़े खुफिया तरीके से क्रिएट किया था।

इस ग्रुप का मकसद न सिर्फ़ हिंदुस्तान पर हमले के लिए आतंकियों को तैयार करना के साथ-साथ उन्हें इस काम के लिए रिक्रूट यानी नियुक्त करना भी था।  इसके लिए आतंक के आका इसी ग्रुप में न सिर्फ़ खुफिया तरीके से अपनी पूरी साजिश का रफ्ता-रफ्ता खुलासा कर रहे थे, बल्कि लोगों के दिलों-दिमाग में गैर मुस्लिमों के खिलाफ जहर की वो खुराक डालने में लगे थे, जिससे पार पाना इतना आसान नहीं था। और यही वजह है कि बंगाली 138, इस्लामी हिंद, फ्लेम्स आफ वॉर से लेकर ग्रीन बर्ड्स जैसे ग्रुप के मेंबरों की तादाद लगातार बढ़ती जा रही थी, और साजिश के तार भी गहराते जा रहे थे, लेकिन ऐन मौके पर आईएसआईएस की इस साजिश का भंडा फूट गया।

कैसे हुआ डि-कोड हुआ ‘‘ग्रीन बर्ड.’’ का कोड!

हिंदुस्तान की खुफिया एजेंसियों ने आखिरकार आपरेशन ‘‘ग्रीन बर्ड.( green bird) का कोड डिकोड कर लिया। इस कोड के मुताबिक ग्रीन का मतलब भारत के तीन शहरों दिल्ली, भोपाल और त्रिवेंद्रम से था। जबकि बर्ड्स  b1rds लिखा था जिसमें आई की जगह वन लिखा था। और इसमें बी-1 मतलब था, रेल का कोच नंबर बी-1. आर का मतलब था। यानि राजधानी एक्सप्रेस(Rajdhani Express), जबकि डीएस का मतलब दिल्ली साउथ था।
आज ही होना था नरसंहार:
इस हिसाब से देखें तो आईएसआईएस के आतंकवादी पंद्रह अगस्त से ऐन पहले आज  13 अगस्त को साउथ दिल्ली के किसी स्टेशन यानी निजामुद्दीन से गुजरनेवाले किसी ट्रेन या फिर राजधानी एक्सप्रेस के बी-1 कोच में आईईडी के जरिए धमाका करनेवाले थे। इसके लिए आईईडी(IED) बनाने से लेकर मोबाइल फोन के जरिए उन्हें डेटोनेट करने यानी बम फोड़ने की पूरी ट्रेनिंग आतंकवादियों को दी जा रही थी, लेकिन इससे पहले कि ऐसा हो पाता, सुरक्षा एजेंसियों ने न सिर्फ़ उनका राज फाश कर दिया, बल्कि अनगिनत बेगुनाहों को बेमौत मारे जाने से बचा लिया और आतंक के आका अपना सा मुंह लेकर रह गए।

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