रायपुर। बेरोजगारी को देखते हुए जालसाजों के हौसले इन दिनों बुलंद हैं। अब वे हाईटेक तरीकों से बेरोजगारों से करोड़ों की उगाही कर रहे हैं। हाल ही में SECL यानि साउथ इस्टर्न कोल्फील्ड लिमिटेड से मिलती जुलती फर्जी कंपनी SCCL यानि साउथ सेंट्रेल कोलफील्ड लिमिटेड बनाकर लाखों युवाओं से फर्जीवाड़ा करने का अनूठा मामला सामने आया है। ठगों के इस शातिर गिरोह ने एक फर्जी वेबसाइट SCCL को तैयार किया और फिर उसमें 88,585 पदों पर वैकेंसी निकालकर करोड़ों रुपये की ठगी कर ली।

आवेदन के एवज में गिरोह ने अनुसूचित जाति और जनजाति वर्ग से 180 रुपये और सामान्य व ओबीसी से 350 रुपये फार्म के एवज में वसूली की। इस फर्जी विज्ञापन के झांसे में आकर लाखों युवाओं ने इस वेबसाइट के जरिये अप्लाइ किया, वहीं कई युवाओं ने आफलाइन भी अपने आवेदन को चेक सहित संबंधित जगह पर भेज दिया। इधर कोल अफसरों को जब इस फर्जी विज्ञापन की जानकारी मिली, तो अफसरों के होश ही उड़ गये। दरअसल कोल मिनिस्ट्री द्वारा इस नाम से व इस तरह की कोई वैकेंसी निकाली ही नहीं गई।

फर्जी विज्ञापन 25 जुलाई को हुआ था जारी

इधर नाैकरी चाहनेवाले बड़ी संख्या में युवा इस फर्जीवाड़े के झांसे में आ भी गये हैं। गिराेह ने इसके लिए जो फर्जी वेबसाइट तैयार की, वो वेबसाइट है- www.scclcil.in. साइट पर काेल इंडिया और काेयला मंत्रालय का लाेगाे भी लगा है, ताकि इसमें किसी भी तरह की कोई शक की गुंजाइश ना बच जाये। कोल अफसरों ने साफ किया है कि sccl नाम से कोई भी अनुषंगी कंपनी है ही नहीं। फर्जी वेबसाइट बनाकर इस तरह से फर्जी विज्ञापन 25 जुलाई को ही जारी कर दिया गया था, 24 नवंबर तक आवेदन मंगाये गये थे।

इन-इन पदों पर निकली थी वैकेंसी

अलग-अलग 26 पदों पर वैकेंसी जारी की गयी थी, जिसके एवज में 180 और 350 रुपये बतौर फीस मांगे गये थे। जिन पदों पर वैकेंसी जारी की गयी थी, वो टेक्निकल और नन टैक्निकल दोनों पदों के लिए जारी की गयी थी। एमटीएस सर्वेयर के लिए 20 हजार से भी अधिक वैकेंसी निकाली गयी है। इसके अलावा अकाउंटेंट, अकाउंट क्लर्क, जूनियर क्लर्क, कंप्यूटर ऑपरेटर, स्टोनोग्राफर (अंग्रेजी), स्टोनोग्राफर (हिंदी), सेक्रेटेरियल असिस्टेंट, इलेक्ट्रीशियन, फीटर, वेल्डर (गैस व इलेक्ट्रिक), वेल्डर (एमआइजी), मैकेनिक, डीजल मैकेनिक, ड्रॉप्समैन (सिविल), ड्रॉप्समैन (मैकेनिकल), प्लंबर, कार पेंटर, ट्रेड सुपरवाइजर, हैवी वेह्कल ड्राइवर, लिफ्ट ऑपरेटर, जूनियर सिविल इंजीनियर, जूनियर मैकेनिकल इंजीनियर, जूनियर इलेक्ट्रिशयन व असिस्टेंट मैनेजर आदि के नाम से भी वेकेंसी निकाली गयी है।

लिया गया बैंक अकाउंट नंबर

अभ्यर्थी का नाम, उनका बैंक अकाउंट नंबर, आइएफएससी कोड आदि भरने को कहा गया है, ताकि परीक्षा शुल्क उनके बैंक खाते में रिफंड किया जा सके। परीक्षा शुल्क डेविट या क्रेडिट कार्ड के माध्यम से भुगतान करने को भी कहा गया है। कोयला कंपनी में बहाली के नाम पर फर्जीवाड़ा, यह कोई नई बात नहीं है। इस प्रकार का प्रयास पहले भी किया जाता रहा है। फर्क इतना है कि पहले दुकानों पर फर्जी फॉर्म बेच कर ठगी की जाती थी। परंतु अब फर्जी वेब-साइट के माध्यम से फर्जीवाड़ा किया जा रहा है।

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