उत्तरकाशी।  उत्तराखंड(Uttarakhand)  के बाढ़ग्रस्त इलाकों में राहत और बचाव कार्य में लगा एक हेलीकॉप्टर(Helicopter) बुधवार को दोपहर में क्रैश(Crash) हो गया। इसमें पायलट कैप्टन रजनीश लाल( Pilot captain Rajanish Lal), को-पायलट शैलेष (Co-Pilot Shailesh) और स्थानीय नागरिक(Local citizens) राजपाल सवार बताए जा रहे हैं। तीनों की ही मौके पर ही मौत हो गई (All three died on the spot.)। चश्मदीदों (Eyewitnesses) ने बताया कि राहत सामग्री बांटकर लौट रहा यह हेलिकॉप्टर बिजली के तारों से खुद को बचाने के चक्कर में पहाड़ी से जा टकराया और फिर क्रैश हो गया। सूचना पाकर मौके पर 10 सदस्यों की टीम पहुंची है और जांच में जुट गई है। वहीं उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत(Uttarakhand Chief Minister Trivendra Singh Rawat) ने हेलिकॉप्टर क्रैश में मारे गए जवानों के परिजनों को पंद्रह लाख रुपए मुआवजा देने की घोषणा की है।
क्या है पूरा मामला:
दरअसल उत्तराखंड के उत्तरकाशी इलाके के मोरी ब्लॉक में राहत कार्य के लिए तीन हेलिकॉप्टर (Helicopter) लगाए गए थे। इन हेलिकॉप्टर (Helicopter) से राहत सामग्री पहुंचाने का काम चल रहा था। अधिकारियों ने बताया कि हेलिकॉप्टर(Helicopter) से पीने का पानी और खाने के पैकेट्स बाढ़ प्रभावित इलकों में भेजे गए थे। मंगलवार को तीन हेलिकॉपटर्स को इस काम में लगाया गया था।

घटनास्थल पर पहुंची बचाव टीम :
बुधवार को भी तीनों हेलिकॉप्टरों (Helicopter) से राहत कार्य जारी रखा गया। सुबह हेलिकॉप्टर (Helicopter)  राहत सामग्री बांटकर लौट रहा था। इलाके में एरिया पार करने के लिए बिजली के तार पड़े थे जो ट्रॉली के संचालन के लिए फैलाए गए थे। हेलिकॉप्टर (Helicopter)  इन तारों से बचने लिए किनारे हुआ और एक पहाड़ी से टकराकर क्रैश हो गया।

हेलिकॉप्टर क्रैश होने के बाद देर तक उठता रहा धुआं :

प्रत्यक्षदशियों ने बताया कि क्रैश हुआ हेलिकॉप्टर हैरिटेज ऐविएशन का था और उसमें तीन लोग सवार थे। इस हादसे में तीनों की मौत हो गई। उत्तराखंड में बीते कई दिनों से लगातार बारिश हो रही है। टेहरी और गढ़वाल जैसे इलाकों में टेहरी धान लेक का जल स्तर 813.65 मीटर पहुंच गया है। कई जगहों पर सड़कें भी धंस गई हैं। तो वहीं तमाम जगहों पर भूस्खलन की भी खबर आई है।

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