नई दिल्ली। देश के तीन राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव (Assembly elections) को लेकर राजनीतिक सरगर्मियां तेज हो गयी हैं। चुनाव की तैयारी को लेकर विभिन्न राजनीतिक दलों ने कमर कस ली है। इस चुनाव में जहां एक ओर कांग्रेस (Congress) की प्रतिष्ठा दांव में है, तो वहीँ भाजपा (BJP) को अपनी साख बनाये रखने के लिए कड़ी मशक्कत करनी पड़ सकती है। हालांकि लोकसभा चुनाव में मिले पूर्ण बहुमत के बाद भाजपा के हौसले बुलंद होंगे। लेकिन इसके बावजूद भाजपा को ये नहीं भूलना होगा कि ये लोकसभा चुनाव नहीं बल्कि राज्य का विधानसभा चुनाव है।

चुनाव आयोग जल्द ही तीनों राज्य यानि हरियाणा, महाराष्ट्र और झारखंड में चुनाव कार्यक्रम की तिथि का ऐलान कर सकती है। तीनों राज्यों में फिलहाल भारतीय जनता पार्टी की सरकार है। इन तीनों राज्यों में सबसे बड़ा राज्य महाराष्ट्र है, जहां पर लोकसभा चुनाव के दौरान भारतीय जनता पार्टी और शिवसेना गठबंधन ने रिकॉर्डतोड़ जीत हासिल की थी। हालांकि 2014 के महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों में भारतीय जनता पार्टी और शिवसेना ने अलग-अलग चुनाव लड़ा था लेकिन बाद में दोनो दल मिलकर सरकार चला रहे हैं।

महाराष्ट्र चुनाव को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया अलर्ट

तीनों राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव में अगर सबसे बड़े राज्य महाराष्ट्र की बात करें तो सभी राजनीतिक दलों की निगाहें यहां के चुनाव पर टिकी हुई है। इधर महाराष्ट्र में प्रस्तावित चुनाव को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) ने पार्टी की महाराष्ट्र इकाई के नेताओं से राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के साथ सीट बंटवारे को जल्द अंतिम रूप देने और चुनाव प्रचार अभियान का आगाज करने को कहा है। मिली जानकारी के मुताबिक महाराष्ट्र में कांग्रेस और राकांपा के बीच सीट बंटवारे का मुख्य पेंच ”स्वाभिमानी पक्ष” जैसे कुछ छोटी पार्टियों के लिए सीटें तय करने को लेकर फंसा हुआ है। राहुल गांधी के इस्तीफे के बाद 10 अगस्त को पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष चुनी गईं सोनिया से पिछले दिनों महाराष्ट्र प्रदेश कांग्रेस कमेटी के कुछ नेताओं ने मुलाकात की थी और इस दौरान राज्य में चुनाव तैयारियों को लेकर बात भी हुई थी।

पिछले चुनाव के इन आंकड़ों पर डालें नजर

2014 के महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों में राज्य की कुल 288 विधानसभा सीटों में से भारतीय जनता पार्टी ने सबसे अधिक 122 सीटों पर जीत प्राप्त की थी, तो वहीँ दूसरे नंबर पर 63 सीटों के साथ शिवसेना ने सबसे ज्यादा सीटें जीती थी। जबकि कांग्रेस को 42, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी को 41, निर्दलीय को 7 और अन्य को 13 सीटों पर जीत मिली थी।

ऐसा था वोटों का ग्राफ और प्रतिशत

2014 में हुए महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों में कुल 8,35,28,310 मतदाता थे, जिनमें 4,41,21,737 पुरुष और 3,94,05,601 महिला मतदाता थे। कुल मतदाताओं में से 5,26,91,758 मतदाताओं ने अपने मताधिकार का उपयोग किया था और इसमें से 31110 मत रद्द हो गए थे। कुल 91329 मतदान केंद्रों में वोट डाले गए थे। चुनाव लड़ने वाले प्रतिनिधियों की बात करें तो कुल 4119 प्रत्याशियों ने चुनाव लड़ा था, जिसमें 3842 पुरुष और 277 महिला प्रत्याशी थे। जीतने वाले 288 विधायकों में 268 विधायक पुरुष और 20 महिला विधायक जीतकर आए।

पार्टियों को मिले वोटों की बात करें तो भारतीय जनता पार्टी सबसे अधिक 27.81 प्रतिशत (1,47,09,276 वोट) वोट मिले और 122 विधायक जीतकर पार्टी को सरकार बनाने का न्यौता मिला था। भारतीय जनता पार्टी के बाद दूसरे नंबर पर 19.35 प्रतिशत (1,02,35,970 वोट) वोट के साथ शिवसेना, 17.95 प्रतिशत (94,96,095 वोट) वोट के साथ तीसरे नंबर पर कांग्रेस पार्टी और 17.24 प्रतिशत वोट (91,22,285 वोट) के साथ चौथे नंबर पर राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी रही। इनके अलावा निर्दलीय प्रत्याशियों को 4.71 प्रतिशत (24,93,152 वोट) वोट मिले और बाकी वोट अन्य दलों को मिले।

 

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