रायपुर। राजनांदगांव जिले के भोजटोला के शासकीय हाईस्कूल की छात्राओं के लिए बॉयोपेस्टीसाइड (Biopesticide) बनाना चुटकियों का खेल है। ये मिनटों में नीम और टमाटर की पत्तियों को राख में मिलाकर ऐसा बॉयो पेस्टीसाइड बनाती हैं, (Mixing neem and tomato leaves with ashes makes it a bio-pesticide,) जो न सिर्फ फसलों के कीड़े मारता है, बल्कि उर्वरक का भी काम करता है(Which not only kills crops, but also acts as fertilizer.)। क्यों रह गए न हैरान….इन दोनों छात्राओं का नाम योगिता और गीतांकी (Yogita and Geetanki) है। इन्होंने खेल-खेल में ही नीम और टमाटर की पत्तियों को राख में मिलाकर ( (Mixing neem and tomato leaves with ashes makes it a bio-pesticide,)) खेती के लिए वरदान का निर्माण कर डाला। इसको बनाने में इनके शिक्षक जसवंत मंडावी ने काफी मदद की। इसको एक विज्ञान प्रतियोगिता में पुरस्कार भी मिल चुका है।

उत्पादन बढ़ाने बच्चों ने तैयार किया है पेस्ट:

शिक्षक जसवंत मंडावी ने कहा कि उनके बच्चे कम लागत में किसान कैसे अधिक उत्पादन कर सकता है, इसे लेकर मॉडल तैयार किया। प्रतियोगिता में इनके पेस्टीसाइट को भी सिलेक्ट किया गया। बच्चों ने टमाटर – नीम की पत्ती व राख का पेस्ट तैयार किया है। खेतों में इसके छिड़काव से छोटे-मोटे कीट मर जाते हैं, तो उत्पादकता में वृद्धि होती है। किसानों को रासायनिक खाद से भी मुक्ति मिलती है। इसके कारण किसानों को गुणवत्तायुक्त जैविक उत्पाद प्राप्त होते हैं। इनकी विदेशों में भी काफी ज्यादा मांग है।

क्या कहते हैं वैज्ञानिक:

इस संदर्भ में इंदिरागांधी कृषि विश्व विद्यालय के निदेशक (अनुसंधान) डॉ. आर.के. बाजपेयी ने माना कि ऐसा संभव हो सकता है। उन्होंने कहा कि यह आज हर कोई जानता है कि नीम की पत्ती का घोल कीटनाशक होता है। उसके साथ टमाटर की पत्तियों का क्या रोल हो सकता है, यह अनुसंधान का विषय है। इसके अलावा राख पौधे को पौष्टिकता प्रदान करती है।

किस चीज की कितनी मात्रा:

डॉ. बाजपेयी ने कहा कि यहां ये भी देखना निहायत जरूरी है कि इन तीनों चीजों की मात्रा कितनी-कितनी हो। इसके साथ ही साथ इसको बनाते कैसे हैं? इसका प्रयोग किन-किन फसलों के कौन-कौन से कीटों पर किया गया? एंटोमलोजी वैज्ञानिकों के मुताबिक तमाम तरह की फसलों के अलग-अलग तरह के कीटों का प्रकोप होता है। ऐसे में अगर ऐसे जैविक उत्पादों का उपयोग सफल हो जाए तो फिर किसानों का पैसा तो बचेगा ही उनकी आय भी बढेगी।

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